नई दिल्लीः देश में कोरोना (COVID-19) के बढ़ते मामलों के बीच नोरोवायरस (Norovirus) ने चिंता बढ़ा दी है. केरल में 2 बच्चों में ये वायरस मिला है, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग स्थिति का आंकलन कर रहा है. प्रशासन ने बचाव के लिए जरूरी कार्रवाई तेज कर दी है. लोगों के सैंपल लेकर टेस्टिंग की जा रही है. नोरोवायरस एक बेहद संक्रामक बीमारी है, जो आमतौर पर दूषित पानी, दूषित खाने और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. Kerala COVID-19 Update: केरल में फिर बढ़ रहा कोविड संक्रमण, 1,544 नए मामले आए, 4 मौतें.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Veena George) ने बताया, 'केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के विझिंजम इलाके में नोरोवायरस के 2 मामलों की पुष्टि हुई है. चिंता की कोई जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति का आकलन किया है. क्षेत्र से सैंपल लेकर टेस्टिंग की गई है और बचाव के लिए जरूरी कार्रवाई तेज कर दी गई है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि संक्रमित पाए गए दोनों 2 बच्चों की हालत स्थिर है.
कैसे फैलता है नोरोवायरस?
नोरोवायरस (Norovirus) पशुओं के जरिए इंसानों में फैलने वाला वायरस है. यह वायरस दूषित जगहों के संपर्क में आने या दूषित भोजन लेने की वजह से किसी व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है. जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी का कारण बनता है. इसके अलावा यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में भी फैल सकता है. नोरोवायरस आमतौर पर दूषित पानी, दूषित खाने और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. ये वायरस बार-बार व्यक्ति को अपना शिकार बना सकता है क्योंकि इसके बहुत सारे वेरिएंट होते हैं.
क्या हैं नोरोवायरस के लक्षण?
इसके शुरूआती लक्षण उलटी और दस्त होते हैं, जो वायरस के संपर्क में आने के एक या दो दिन बाद शुरू होते हैं. नोरोवायरस इंसान के पेट पर अटैक करता है और पेट में पहुंचने के साथ ही आंतों की परत में सूजन का कारण बनता है. संक्रमित व्यक्ति में आमतौर पर दस्त, उल्टी, पेट दर्द और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. इसके अलावा संक्रमित मरीज में बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द भी देखने को मिलता है. आमतौर पर यह वायरस सभी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले लकता है, लेकिन बच्चों, बुजुर्गों और पहसे से किसी बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति में ज्यादा गंभीर हो सकता है.
संक्रमण लगने और ज्यादा उल्टी-दस्त होने से उनकी स्थिति गंभीर हो सकती है, हालांकि ज्यादातर मरीज कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं. नोरोवायरस से बचने के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें. दूषित खाना या पानी न पीएं.