No Posters Outside Houses of Covid-19 Patients in Delhi: दिल्ली में होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों के घर के बाहर अब नहीं लगेगा पोस्टर
राष्ट्रीय राजधानी में अब होम आइसोलेशन के तहत COVID-19 रोगियों के घरों के बाहर कोई पोस्टर नहीं होगा. दिल्ली प्रशासन ने गुरुवार को कोरोनो वायरस से संक्रमित लोगों के घरों के बाहर Covid- 19 पॉजिटिव वाला पोस्टर न लगाने का फैसला किया है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी (Delhi) में अब होम आइसोलेशन के तहत COVID-19 रोगियों के घरों के बाहर कोई पोस्टर नहीं होगा. दिल्ली प्रशासन ने गुरुवार को कोरोनो वायरस से संक्रमित लोगों (Covid-19 Patients) के घरों के बाहर Covid- 19 पॉजिटिव वाला पोस्टर न लगाने का फैसला किया है. दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, इससे लोगों को काफी समस्या हो रही थी और लोग लक्षण होते हुए भी जांच को आगे नहीं आ रहे थे. इसलिए अब संक्रमित लोगों के घरों के बाहर ये पोस्टर नहीं लगाने जाएंगे. इस नियम को जल्द से जल्द लागू करने के लिए कहा गया है.
जिला अधिकारियों को वर्तमान में होम आइसोलेशन के तहत कोविड-19 रोगियों के घरों के बाहर से पोस्टर हटाने के लिए कहा गया है. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक घर के आइसोलेट रोगी की निगरानी, हमेशा की तरह जारी रहेगी. गुरुवार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में अभी 12,890 लोग होम आइसोलेशन में हैं. वीडियो वायरल होने के बाद लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया से बेहद खुश हैं बाबा का ढाबा चलाने वाले बुजुर्ग दंपत्ति.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की मंगलवार की बैठक में निर्णय को अंतिम रूप दिया गया, जिसके अध्यक्ष लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल हैं. मुख्य सचिव विजय देव ने बुधवार को 11 राजस्व जिलों के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य निगरानी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.
सचिव विजय देव ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, लोग COVID-19 के बारे में काफी जागरूक हैं. हमने अपनी जागरूकता ड्राइव तेज कर दी है. पोस्टर न लगाने का उद्देश्य लोगों में झिझक को कम करना है.
गुरुवार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में कोविड-19 के 2,726 नए मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या तीन लाख के पार पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 37 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या 5,653 हो गई. दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,00,833 हो गई है जिनमें 2,72,948 वो रोगी भी हैं जिन्हें या तो उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है.