केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा- BJP के कुछ लोगों को मुंह बंद रखने की जरूरत
गडकरी ने कहा कि हमारे पास इतने नेता हैं और हमें उनके सामने (टीवी पत्रकारों ) बोलना पसंद है, इसलिए हमें उन्हें कुछ काम देना है. इस दौरान नितिन गडकरी ने 1972 की हिंदी फिल्म 'बॉम्बे टू गोवा' के एक दृश्य का जिक्र किया जिसमें एक बच्चे के माता-पिता उसे खाने से रोकने के लिए उसके मुंह में कपड़े का एक टुकड़ा डाल देते हैं.
बीजेपी के दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari ) ने एक टीवी कार्यक्रम में अपनी ही पार्टी (bjp ) के नेताओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मीडिया से बात करने के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कम बोलना चाहिए. गडकरी ने कहा कि हमारे पास इतने नेता हैं और हमें उनके सामने (टीवी पत्रकारों ) बोलना पसंद है, इसलिए हमें उन्हें कुछ काम देना है. इस दौरान नितिन गडकरी ने 1972 की हिंदी फिल्म 'बॉम्बे टू गोवा' के एक दृश्य का जिक्र किया जिसमें एक बच्चे के माता-पिता उसे खाने से रोकने के लिए उसके मुंह में कपड़े का एक टुकड़ा डाल देते हैं.
कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि मेहमूद और किशोर कुमार की फिल्म 'बांबे टू गोवा' (“Bombay to Goa”) के फिल्म के एक दृश्य का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे एक बच्चे के माता-पिता उसे खाने से रोकने के लिए उसके मुंह में कपड़े का एक टुकड़ा डाल देते हैं. वैसे ही हमारे पार्टी के कुछ नेताओं के मुंह में कपड़ा भरने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के बाद न तो राहुल गांधी किसी को बाईट देते हैं और नहीं पीएम.
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राफेल सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की कांग्रेस की मांग पर गडकरी ने कहा कि क्या जेपीसी सुप्रीम कोर्ट से बड़ी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अधिकतर आरोपों की कोई प्रासंगिकता नहीं है और उनका जवाब नहीं देना ही बेहतर है.