नई दिल्ली, 31 जुलाई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को कहा कि उसने केरल में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सबसे पुराने और सबसे बड़े हथियार और शारीरिक प्रशिक्षण केंद्रों में से एक को कुर्क कर लिया है यह छठा पीएफआई शस्त्र प्रशिक्षण केंद्र और यूएपीए के प्रावधानों के तहत केरल में एनआईए द्वारा 'आतंकवाद की आय' के रूप में जब्त की जाने वाली संगठन की 18वीं संपत्ति हैएनआ ईए ने 17 मार्च को इस मामले में पीएफआई संगठन सहित 59 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
अधिकारी ने कहा, “जारी जांच के तहत एनआईए ने मामले में अब 10 हेक्टेयर में फैले इस प्रशिक्षण केंद्र को कुर्क कर लिया है ग्रीन वैली अकादमी, मंजेरी, केरल का प्रबंधन 'ग्रीन वैली फाउंडेशन' (जीवीएफ) द्वारा किया जाता है इसका उपयोग राष्ट्रीय विकास मोर्चा के कैडरों द्वारा किया जाता था और बाद में पीएफआई द्वारा किया जाता था जिसमें इसका विलय हो गया. यह भी पढ़े: NIA Raids: PFI के खिलाफ एनआईए की बड़ी कार्रवाई, फुलवारी शरीफ मामले में देशभर में 25 ठिकानों स्थानों पर छापेमारी
एनआईए ने कहा कि पीएफआई इस संपत्ति का उपयोग अपने 'सर्विस विंग' के हिस्से के रूप में पहचाने जाने वाले अपने कैडरों को हथियार प्रशिक्षण, शारीरिक प्रशिक्षण और विस्फोटकों के उपयोग और परीक्षण पर प्रशिक्षण देने के लिए कर रहा था.
एनआईए ने कहा कि इस सुविधा का इस्तेमाल हत्या सहित अपराध करने के बाद कई 'पीएफआई सर्विस विंग' सदस्यों को शरण देने के लिए भी किया गया था इस केंद्र का उपयोग इसके प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं, कैडरों और सदस्यों को पीएफआई के विभाजनकारी और सांप्रदायिक एजेंडे और नीतियों में कट्टरपंथी वैचारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए किया जा रहा था.
आरोप है कि शैक्षणिक संस्थानों की आड़ में पीएफआई और उसके प्रमुख संगठनों के कार्यालय इस परिसर से चल रहे थे एनआईए ने कहा, “केरल में एनआईए द्वारा पहले से कुर्क पांच अन्य पीएफआई प्रशिक्षण केंद्र मालाबार हाउस, पेरियार वैली, वल्लुवनाद हाउस, करुण्या चैरिटेबल ट्रस्ट और त्रिवेंद्रम एजुकेशन एंड सर्विस ट्रस्ट (टीईएसटी) थे.
“संगठन के नेतृत्व द्वारा हथियारों और शारीरिक प्रशिक्षण, वैचारिक प्रचार-प्रसार और हत्याओं और आतंकवादी कृत्यों सहित विभिन्न अपराधों के लिए प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए रुक-रुक कर उपयोग किए जाने वाले अन्य 12 पीएफआई कार्यालयों को भी कुर्क किया गया है जांच में यह भी पता चला है कि पीएफआई ने अपने प्रशिक्षण शिविर और आतंक तथा हिंसा से संबंधित गतिविधियों को चलाने के लिए कई इमारतें किराए पर ली थीं.