नेहरू ने अंबेडकर से सिर्फ नफरत की, कांग्रेस को अब झूठ बोलना बंद करना चाहिए: जेपी नड्डा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने गुरुवार को बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर जारी राजनीति के बीच कांग्रेस पर पलटवार किया. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, "कल से, सत्य, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय में विश्वास करने वाले सभी लोगों द्वारा कांग्रेस और उसके सड़े हुए इकोसिस्टम को बेनकाब किया गया है.
नई दिल्ली, 19 दिसंबर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने गुरुवार को बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर जारी राजनीति के बीच कांग्रेस पर पलटवार किया. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, "कल से, सत्य, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय में विश्वास करने वाले सभी लोगों द्वारा कांग्रेस और उसके सड़े हुए इकोसिस्टम को बेनकाब किया गया है. इसलिए, मैंने डॉ. अम्बेडकर के प्रति कांग्रेस की गहरी नफरत को दर्शाने के लिए कुछ तथ्य साझा करने के बारे में सोचा." उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर आगे कहा, “पंडित नेहरू डॉ. अम्बेडकर से नफरत करते थे. हां, यह विशुद्ध नफरत थी. इसीलिए पंडित नेहरू ने डॉ. अम्बेडकर को दो बार हराया. और, वह गर्व से विदेशों में लोगों को पत्र लिख रहे थे, इस बात पर खुशी व्यक्त कर रहे थे कि आदरणीय बाबासाहेब अब कैबिनेट में नहीं हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “26, अलीपुर रोड को बहुत पहले ही एक भव्य स्मारक में बदल दिया जाना चाहिए था जो लोगों को प्रेरित करता. लेकिन, डॉ. अंबेडकर से नफरत करने वाली कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. यह हमारी एनडीए सरकार थी जिसे 26, अलीपुर रोड को एक प्रतिष्ठित स्थान के रूप में विकसित करने का सम्मान मिला. मुंबई में चैत्य भूमि... दशकों तक कांग्रेस में सामाजिक न्याय के स्वयंभू संरक्षकों ने वहां एक भव्य स्मारक बनाने के खोखले वादे किए. 2015 में, हमने सुनिश्चित किया कि भूमि हस्तांतरण किया जाए. ये नरेंद्र मोदी ही हैं, जिन्होंने हाल के वर्षों में वहां दो बार प्रार्थना की.” यह भी पढ़ें : लोकतंत्र में इस तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है: ओडिशा मुख्यमंत्री
नड्डा ने सैम पित्रोदा की तस्वीर साझा करते हुए कहा, “राजवंश के सबसे वफादार दरबारी ने बताया कि कांग्रेस वास्तव में डॉ. अम्बेडकर के बारे में क्या सोचती है, कि हमारे संविधान के निर्माण में बाबासाहेब की कोई भूमिका नहीं थी. कुछ स्क्रीनशॉट वास्तव में हजारों शब्द बोलते हैं. एक्स पोस्ट को हटाया जा सकता है लेकिन उनकी वास्तविक भावनाएं कभी नहीं जाएंगी.”
उन्होंने आगे अपने पोस्ट में कहा, “15, जनपथ पर डॉ. अंबेडकर की स्मृति में एक विश्व स्तरीय केंद्र बनाया जाना था. दुख की बात है कि कांग्रेस उस सड़क पर एक घर से आगे नहीं देख सकती थी, इसलिए उन्होंने यह काम अधूरा छोड़ दिया. आख़िरकार 2017 में डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया. कांग्रेस नेताओं को विदेशी धरती पर भारत के बारे में झूठ फैलाना पसंद है. लेकिन, उन्होंने लंदन में उस जगह की कभी परवाह नहीं की, जहां खुद डॉ. अंबेडकर रहते थे. पीएम नरेंद्र मोदी 2015 की यूके यात्रा के दौरान वहां गए, और बाद में इसे महाराष्ट्र सरकार द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया.”
जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “मैं कांग्रेस और उनके सड़े हुए इको-सिस्टम को बताना चाहता हूं कि जून में आप लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव हारे. इसके साथ ही आपने आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में निराशाजनक प्रदर्शन किया. अक्टूबर में आप हरियाणा में हार गए. वहीं, नवंबर में आप महाराष्ट्र में बुरी तरह हारे. कम से कम अब तो झूठ बोलना बंद कर दीजिए, क्योंकि आपका झूठ अनियंत्रित नहीं होगा. सत्य की हमेशा जीत होगी... जय भीम."
बता दें कि संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि अभी अंबेडकर, अंबेडकर , अंबेडकर का नाम लेना फैशन बन चुका है. अगर इन लोगों ने इतना भगवान का नाम लिया होता, तो अब इन्हें भगवान प्राप्त हो चुके होते. इसी बयान को लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियां भाजपा और अमित शाह पर हमलावर हैं. कांग्रेस का आरोप है कि अमित शाह ने अपने इस बयान से भीमराव अंबेडकर का अपमान किया है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.