नई दिल्ली: NEET 2020 और JEE (Main) 2020 परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग हर दिन बढ़ती जा रही है. इस बीच दिल्ली के एक 17 साल के जेईई कैंडिडेट ने रविवार को देश के चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े को एक चिट्ठी लिखी है. छात्र ने इसमें कोविड-19 और बाढ़ के मद्देनजर NEET और JEE परीक्षा स्थगित करने के निर्देश देने की अपील की है. बता दें कि जेईई परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, वहीं नीट परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी. छात्रों की मांग है कि सरकार को मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रवेश परीक्षा स्थगित करनी चाहिए.
बता दें कि 17 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर मेडिकल और इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए होने वाली इन परीक्षाओं को स्थगित करने का आदेश देने से मना कर दिया. नीट और जेईई परीक्षा को लेकर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमलावर है. विपक्षी दलों के कई नेताओं का कहना है कि ऐसा कर सरकार छात्रों की जान को जोखिम में डाल रही है. यह भी पढ़ें | जेईई-नीट के छात्रों की सेहत, सुरक्षा के मद्देनजर कांग्रेस सहित अन्य विपक्ष पार्टियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
ANI का ट्वीट:
Delhi: A 17-year old JEE aspirant today submitted a letter to Chief Justice of India Sharad Arvind Bobde, praying for directions to postpone NEET and JEE exams in view of COVID-19 & floods in the country.
— ANI (@ANI) August 30, 2020
छह गैर बीजेपी शासित राज्यों के मंत्रियों ने याचिका दाखिल कर कोर्ट से 17 अगस्त के उस फैसले पर दोबारा विचार की मांग की. केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जेईई मेन 2020 और एनईईटी 2020 को सितंबर में आयोजित किया जाएगा, क्योंकि छात्र चाहते हैं कि परीक्षा आयोजित की जाए.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कोविड -19 के बीच प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के अपनी सरकार के फैसले के बाद जेईई-एनईईटी उम्मीदवारों की शिकायतों को दूर नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्विट किया कि JEE-NEET के उम्मीदवार 'परीक्षा पर चर्चा' चाहते हैं लेकिन पीएम ‘खिलौने पर चर्चा' कर रहे हैं.