Farmers Protest: किसानों और सरकार के बीच शनिवार को नए तीनों कृषि कानून को लेकर बातचीत के दौरान उनका आंदोलन उग्र होते जा रहा है. इस बीच उनके आंदोलन को एक के बाद लोगों का समर्थन भी मिलता जा रहा है. किसानों के आंदोलन को समर्थन करने वाले संगठनों के साथ ही विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार को किसनों के मुद्दों पर जल्द से जल्द विचार करना चाहिए. किसानों के आंदोलन को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अगर मुद्दे को जल्द नहीं सुलझाया गया तो पार्टी देश के किसानों को इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करेगी.
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की तरफ से जानकारी दी गई है कि किसनों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) से मुलाकात करने वाले हैं. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसानों के आंदोलन को लेकर अखिलेश यादव का केंद्र पर तंज, कहा- जो हमारा पेट भरता है, उनकी कोई सुननेवाला नहीं
शरद पवार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से करेंगे मुलाकात
NCP chief Sharad Pawar to meet President Ram Nath Kovind on December 9, over farmers’ protests: NCP Maharashtra office
(File photo) pic.twitter.com/4OAJJ5mcFH
— ANI (@ANI) December 6, 2020
वहीं इसके पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया तो यह आंदोलन सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा पूरे देश में फैलेगा. इसलिए जल्द से जल्द सरकार को को किसानों की मांगों पर विचार करना चाहिए. शरद पवार के साथ ही अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार से मांग किया है कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान पिछले दस दिन से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा हैं. सरकार को चाहिए कि किसानों की मांगों पर जल्द से जल्द विचार करे.