Suraj Dubey Case: पालघर पुलिस ने नेवी ऑफिसर सूरज दुबे की हत्या पर किया चौंकाने वाला खुलासा, जांच में सामने आया सुसाइड एंगल
नौसैनिक सूरज कुमार दुबे (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: पालघर (Palghar) पुलिस ने भारतीय नौसेना के नाविक सूरज कुमार दुबे (Suraj Kumar Dubey) की मौत को लेकर बड़ा खुलासा किया है. पुलिस को आशंका है कि नौसैनिक ने आत्महत्या की है, क्योकि उसे एक पेट्रोप पंप से तेल खरीदते देखा गया है. जिसकी सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगी है. Bird Flu Update: मुंबई से सटे पालघर में बर्ड फ्लू की पुष्टि, प्रशासन ने 21 दिन के लिए पोल्ट्री फॉर्म बंद और चिकन की बिक्री पर लगाई रोक

पालघर के एसपी दत्तात्रेय शिंदे (Dattatray Shinde) ने कहा “जांच में हमने पाया कि सूरज कुमार दुबे ने शेयर बाजार में पैसा लगाया था और कर्ज भी लिया था, जिसे वह लौटा नहीं पा रहा था. हमें संदेह है कि इस स्थिति से बचने के लिए उसने अपनी अपहरण की स्टोरी बनाई थी. उसने पेट्रोल पंप से तेल खरीदा, जिसका सीसीटीवी फुटेज मिला है. हम आत्महत्या के एंगल से जांच कर रहे हैं.”

आरोप है कि 27 वर्षीय नौसेना के जवान सूरज का 31 जनवरी को चेन्नई में अपहरण किया गया और बाद में महाराष्ट्र के पालघर में उसे जिंदा जला दिया गया. पालघर पुलिस की दस टीमें इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई हैं. चेन्नई जाकर भी एक टीम ने एयरपोर्ट के आसपास से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज की जांच की है, जहां से उसका अपहरण हुआ था.

पुलिस ने सूरज कुमार के बैंक और स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग खातों को खंगाला है. पुलिस ने इससे पहले बताया था कि सूरज दुबे कोयम्बटूर में आइएनएस अग्रणी पर सीमैन के रूप में कार्यरत थे और शेयर बाजार में काफी रुचि रखते थे. उन्होंने अपने पारिवारिक सदस्यों और दोस्तों से 23 लाख रुपये से अधिक का बड़ा कर्ज लिया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हम उनके बैंक खातों और डीमैट खातों में प्रत्येक प्रविष्टि की जांच कर रहे हैं और हमने पाया है कि उन्होंने स्टॉक में काफी निवेश किया है.

एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि सबसे अधिक चौंकाने वाला पहलू यह है कि चेन्नई से 1,500 किलोमीटर की दूरी पर सुदूर जिले पालघर में आखिर नौसेना के जवान को कौन लेकर गया और उन्हें किस रास्ते से लेकर जाया गया. अधिकारी ने सवाल उठाते हुए कहा, उन्हें आखिर यहां लाकर क्यों जलाया गया? अधिकारी ने कहा कि 30 जनवरी की रात को दुबे के पास 13 कॉल आने की बात पता चली है. पालघर पुलिस के अलावा नौसेना पुलिस भी इस घटना की अपनी स्वतंत्र जांच कर रही है.

बता दें कि दुबे घर से छुट्टी बिताकर 31 जनवरी को ड्यूटी पर वापस लौटने के लिए निकले थे. इस दौरान चेन्नई हवाईअड्डे के बाहर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उनका अपहरण कर लिया था. इसके बाद सूरज को 1500 किलोमीटर दूर पालघर के जंगलों में लाया गया और पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया. वह पांच फरवरी को जंगल में बुरी तरह से जली हुई हालत में मिले, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को सतर्क कर दिया. शुरुआत में उन्हें दहानू के एक निजी अस्पताल और फिर मुंबई के आईएनएचएस अश्विनी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.