मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप कांड: CBI की चार्जशीट में हुआ चौकाने वाला खुलासा, ब्लू फिल्म दिखाकर जबरन किया जाता था लड़कियों से बलात्कार
सीबीआई ने अपनी इस चार्जशीट में इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इसमें जिक्र किया गया है कि इस बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों को जबरन ब्लू फिल्म दिखाया जाता था, उन्हें छोटे-छोटे कपड़े पहनाकर अश्लील भोजपुरी गानों पर डांस कराया जाता था और उन्हें नशे की सुई देकर, कुर्सी से बांधकर उनके साथ बलात्कार किया जाता था.
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप कांड: बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह ( Muzaffarpur Shelter Home Rape Scandal) में रहने वाली लड़कियों से यौन उत्पीड़न मामले में सीबीआई ने मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर (Brajesh Thakur) सहित 21 अन्य आरोपियों के खिलाफ विशेष पॉस्को कोर्ट में दिसंबर महीने में चार्जशीट दायर किया था. खबरों के मुताबिक, सीबीआई ने अपनी इस चार्जशीट (CBI Charge sheet) में इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इसमें जिक्र किया गया है कि इस बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों को जबरन ब्लू फिल्म (Blue Film) दिखाया जाता था, उन्हें छोटे-छोटे कपड़े पहनाकर अश्लील भोजपुरी गानों पर डांस कराया जाता था और उन्हें नशे की सुई देकर, कुर्सी से बांधकर उनके साथ बलात्कार किया जाता था.
सीबीआई की इस चार्जशीट के अनुसार, बालिका गृह में हर रोज आरोपी ब्रजेश ठाकुर की रंगीन महफिल सजती थी और इसमें बालिका गृह के कर्मचारी, सीडब्ल्यूसी के सदस्यों समेत कई लोग शरीक होते थे. यहां अगर कोई लड़की छोटे कपड़े पहनकर अश्लील गानों पर डांस करने से इंकार करती थी, उसे हैवानियत के साथ मारा-पीटा जाता था.
यहां लड़कियों को जबरन ब्लू फिल्में दिखाई जाती थीं, फिर नशे का इंजेक्शन देकर उनकी अस्मत के साथ हर रोज खिलवाड़ किया जाता था. जो लड़कियां इससे इंकार करती थीं उन्हें कुर्सी पर बांध दिया जाता था और फिर उनके साथ दुष्कर्म किया जाता था. यह भी पढ़ें: गोवा: सेक्स रैकेट का हुआ पर्दाफाश, पुलिस ने 2 महिलाओं के बचाया, 1 शख्स गिरफ्तार
गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआई ने 19 दिसंबर 2018 को कोर्ट में अपनी चार्जशीट दायर की थी. इसमें 33 बच्चियों समेत करीब 102 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. सीबीआई ने बयान देने वाली पीड़ित लड़कियों के नामों को गोपनीय रखा है.