वाराणसी:- किसी ने सच कहा है कि बदले की भावना से हत्या जैसे संगीन जुर्म को अंजाम देना इंसान को जानवर बना देता है. उसके हाथों ऐसी गलती होती है जिसकी भरपाई पूरी जिंदगी उसे करनी पड़ती है. एक ऐसा ही खौफनाक मामला उत्तर प्रदेश के वारणसी से सामने आया है. जहां पर एक शख्स ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए 28 साल तक इंतजार किया. उसने अपने चाचा की हत्या कर दी. पूरा मामला कुछ तरह से है, वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के छोटा-लालपुर में बीती 21 नवंबर को एक शख्स शहीद इकबाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामलें की जांच शुरू कर दी. हत्या के पांच दिन बाद पुलिस को हत्यारे के बारे में पता चल गया.
मामले की जांच कर रही पुलिस ने आरोपी फरीद खान उर्फ जुगनू को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान उसने पुलिस को बताया कि उसके पिता की हत्या साल 1992 में उसके चाचा ने कर दी थी. जिसके बाद से ही पिता की मौत बदला लेने की साजिश वो रचने लगा था. इसके लिए फरीद उर्फ जुगनू ने हथियार भी ले रखा था. उसे बस एक मौके की तलाश थी. एक दिन मौका मिला तो उसने अपने चाचा शहीद इकबाल को गोली मार दी. उत्तर प्रदेश: बारात में नाचने को लेकर झड़प में 4 घायल, तेज धार वाले हथियारों का किया गया इस्तेमाल.
हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरीद नेपाल भाग गया था. लेकिन वहां जाने के बाद जब उसके पैसे खत्म हुए तो वो वापस नेपाल से वारणसी आया. ताकि कुछ पैसे फिर से लेकर रफू चक्कर हो जाए. लेकिन फिरद वाराणसी में आया है पुलिस को इस बात की जानकारी मुखबिरों ने पहले ही दे दी. जिसके बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. थोड़ी दबिश के बाद उसने अपना गुन्हा कबूल कर लिया. पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है.