अंबोली पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैं जिसमें एक महिला भी शामिल है. इन पांच लोगों की गैंग ने प्रोड्यूसर धनराज सिंधी से उनका फेक पोर्न वीडियो बनाकर उनसे 25 करोड़ रुपये की मांग की और पैसे न देने पर लीक करने की धमकी दी. 68 वर्षीय पार्किसन्स रोगी (Parkinson's disease) को डॉक्टर ने आराम के लिए कुछ मसाज सेशंस अडवाइज किए. पीड़ित के 40 वर्षीय बेटे अनिल एक थेरेपिस्ट की तलाश करने लगे. उस दौरान उनकी बात 32 वर्षीय लकी मिश्रा (Lucky Mishra) से हुई. ये मसाज के सेशंस बीते साल अक्टूबर और नवंबर में हुए.
15 जनवरी को धनराज सिंधी को राहुल शुक्ला (Rahul Shukla) नाम के शख्स का फोन आया उसने आपने आपको यूट्यूब (Youtube) चैनल का स्टाफ बताया और कहा कि उसके पास उनका एक पोर्न वीडियो क्लिप (Porn Video clip) है और अगर उसने 25 करोड़ रुपये नहीं दिए तो वो वीडियो क्लिप लीक कर देगा. और जब अनिल सिंधी के पिता ने ऐसे किसी वीडियो का हिस्सा होने से इनकार किया तो आरोपी ने फोन कट कर दिया. उसके बाद अनिल सिंधी को एक फ्रेंड का फोन आया और उसने बताया कि उन्हें 4 लोगों का फोन आया था और वो ये दावा कर रहे हैं कि उनके पास अनिल के पिता का पोर्न वीडियो क्लिप है और अगर उन्होंने 25 करोड़ रुपये नहीं दिए तो उस वीडियो को वो अपने ऑनलाइन पोर्टल पर रिलीज करने की धमकी दे रहे हैं.
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इस पूरे मामले का जब भांडा फूटा तो पांचो आरोपियों में महिला लकी मिश्रा, हुसैन मकरानी (Hussain Makarani), युवराज चवान (Yuvraj Chavan), रहमान शेख (Rehman Sheikh) और केवल रामकुमार (Keval Ramkumar) के रूप में हुई. पांचों आरोपियों को तब गिरफ्तार किया गया जब वो अनिल सिंधी से फिरौती की रकम लेने लोखंडवाला सीसीडी (CCD)आए थे. बातचीत में आरोपियों से 12 करोड़ रुपये में सेटलमेंट हो गई थी, फिरौती की पहली रकम पांच लाख रुपये लेने आए थे उसी वक्त पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. ये सारा ट्रैप पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए बिछाया था.
अनिल सिंधी की मुलाकात आरोपियों से करीब पांच बार हुई और वीडियो क्लिप देखने के बाद उनकी आरोपियों से बहस भी हुई कि वीडियो क्लिप में उसके पिता की नहीं है. वीडियो क्लिप को मोर्फ्ड (Morphed) किया गया है. इस दौरान अनिल सिंधी ने सारी बातचीत रिकॉर्ड कर ली. इस दौरान पुलिस को ये भी पता चला कि गैंग ने इसी तरह 2017 में भी पैसों की वसूली की थी. जिसके बाद पीड़ित ने गैंग से डर कर सेटलमेंट कर लिया. पांचों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा एक्सटोर्शन और IT ACT 67A के तहत मामला दर्ज किया.