मुंबई (Mumbai) में लापरवाही के कारण मासूमों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. बीएमसी की लापरवाही से लगातार लोग अपनी जान गवां रहे हैं. शनिवार को मुंबई के पॉश कोस्टल रोड इलाके में खुले गड्ढे में गिरकर 12 साल के बच्चे की मौत हो गई. बच्चा अपने दोस्तों के साथ वरली सी फेस पर खेलने गया था. यहां कोस्टल रोड का काम चल रहा है. खेलते-खेलते बच्चा गड्ढे में गिर गया. जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
बच्चे का नाम बबलू पासवान (Bablu Paswan) बताया जा रहा है. घटना कल शाम 5 बजे की है. स्थानीय लोग उसे बाहर निकालकर नायर हास्पिटल ले गए. हास्पिटल में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बीएससी की लापरवाही का ये पहला मामला नहीं है. इससे पहले बुधवार को दो साल का मासूम दिव्यांश खुले नाले में गिर गया.
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Mumbai: A 12-year-old boy drowned in a pit dug for a Coastal Road Project at Coastal Road, Worli Sea Link today; was admitted to nearby hospital by locals where he was declared brought dead. pic.twitter.com/HYtNzOujDG
— ANI (@ANI) July 13, 2019
चार दिन बीत जाने के बाद भी दिव्यांश का शव बरामद नहीं हो सका. कल बीएमसी ने अपना सर्च ऑपरेशन भी बंद कर दिया. दिव्यांशु का परिवार इस सदमें से अभी तक नहीं उबर पाया है. इस हादसे के लिए वो पूरी तरह बीएमसी की लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
इस नए हादसे ने एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल दी है. मुंबई में कई जगहों पर खुले मैनहोल वाले गटर हैं, जिसमे गिरकर किसी की भी जान जा सकती है. दो साल पहले परेल में एक नामचीन डॉक्टर की मौत भी खुले मैनहोल में गिरने से हुई थी.