मुंबई: 3 दिन बाद भी नहीं मिला नाले में गिरा मासूम दिव्यांश, BMC ने बंद किया सर्च ऑपरेशन
नहीं मिला नाले में गिरा मासूम दिव्यांश (Photo Credit- Twitter)

मुंबई (Mumbai) के गोरेगांव (Goregaon) इलाके में बुधवार रात नाले में गिरे दो साल के मासूम दिव्यांश का शुक्रवार देर रात तक भी कुछ पता नहीं लग सका. घटना का आज तीसरा दिन है. लेकिन मासूम दिव्यांश का कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच खबर है कि बीएमसी ने दिव्यांश को खोजने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन बंद कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि जल निकासी की पूरी जांच की गई. वहीं समुद्र क्षेत्र में भी काफी ढूंढा गया लेकिन मासूम का कुछ पता नहीं चल सका.

बीएमसी के अधिकारियों ने बताया कि बचाव दल ने ड्रोन की मदद से भी दिव्यांश को खोजने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. अब बचाव अभियान को रोक दिया गया है. अधिकारियों के अनुसार करीब तीन दिन तक चले सर्च अभियान के दौरान क्षेत्र के सभी बड़े नालों और निकासी की जगह पर बच्चे को ढूंढा गया लेकिन दिव्यांश का कोई सुराग नहीं मिला.

बता दें कि दिव्यांश को खोजने के लिए बीएमसी, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीम मिलकर ये सर्च ऑपरेशन कर रही थी, लेकिन दिव्यांश का कुछ भी अता-पता नहीं मिला. गोरेगांव में बुधवार रात 10:00 बजे दिव्यांश अपने घर के बाहर टहल रहा था, जब उसका पैर फिसला और वह एक नाली में गिर गया. इस दौरान पास की मस्जिद में लगे सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद घटना का पता चला था. जिसके बाद उसकी खोज शुरू की गई थी लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका.

मासूम के पिता सूरज और सामाजिक कार्यकर्ता श्रवण तिवारी ने कहा कि पुलिस ने बीएमसी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है. इसके विरोध में अब सभी शनिवार को बीएमसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे. सूरज ने कहा कि हमारी मांग है बीएमसी के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की जाए. साथ ही मुंबई के मेयर मामले की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दें.

गौरतलब हो कि बीएमसी की लापरवाही के चलते हर साल बारिश के मौसम में ऐसी घटनाएं होती रहती है. लेकिन हर बार प्रसाशन की लापरवाही के चलते किसी की जान चली जाती है. पिछले दिनों ही कंट्री क्लब के सामने वीरा देसाई रोड पर एक मैनहोल खुला हुआ था. जिसमें एक युवक गिर गया. गनिमत ये रही कि वो किसी भी तरह खुद को बचाने में कामयाब रहा.