
मुंबई: आर्थिक राजधानी मुंबई में यातायात का दबाव कम करने और पश्चिमी उपनगरों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मुंबई मेट्रो लाइन-9 का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. दहिसर ईस्ट से मीरा-भायंदर को जोड़ने वाली इस मेट्रो लाइन का पहला चरण अब लगभग पूरा होने के करीब है. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने जानकारी दी है कि दहिसर ईस्ट से काशीगांव के बीच 5 किलोमीटर की ओवरहेड लाइन (OHE) को 10 मई तक पावर लाइन से लैस कर दिया जाएगा.
मुंबई मेट्रो लाइन-9 के शुरू होने से न केवल दहिसर और मीरा-भायंदर के बीच यात्रा आसान होगी, बल्कि मुंबई के पश्चिमी उपनगरों को भी एक बेहतर, तेज और सुरक्षित परिवहन विकल्प मिलेगा.
क्या है पावर लाइन एनर्जाइजेशन प्रक्रिया?
एनर्जाइजेशन का मतलब है कि 25,000 वोल्ट एसी ओवरहेड ट्रैक्शन सिस्टम को चालू किया जाएगा. यह एक जरूरी कदम है जिससे मेट्रो ट्रेनों का डायनामिक टेस्टिंग शुरू किया जा सकेगा. इस परीक्षण में ट्रेन कंट्रोल, प्लेटफॉर्म कम्युनिकेशन, सुरक्षा और यात्री सुविधाओं की जांच की जाएगी ताकि मेट्रो सेवा शुरू होने से पहले सब कुछ पूरी तरह से तैयार हो.
निर्माण कार्य में आई तेजी, साल के अंत तक शुरू होगी सेवा
MMRDA ने जानकारी दी है कि 85 फीसदी निर्माण और सिस्टम वर्क पहले ही पूरा किया जा चुका है. जैसे ही पावर सप्लाई एक्टिव होगी, ट्रेन ट्रायल शुरू कर दिए जाएंगे. विभाग की योजना है कि इस साल के अंत तक दहिसर ईस्ट से काशीगांव तक का पहला चरण यात्रियों के लिए खोल दिया जाए. मार्च में हुई एक रणनीतिक बैठक में MMRDA कमिश्नर डॉ. संजय मुखर्जी और Alstom India के MD अनिल कुमार सैनी के बीच प्रोजेक्ट की समीक्षा हुई, जिसमें समय सीमा को तेज़ करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाने पर जोर दिया गया.
मेट्रो लाइन-9: पश्चिमी उपनगरों के यात्रियों के लिए बड़ी राहत
मेट्रो लाइन-9 को मेट्रो लाइन-7 (गुंदवली से दहिसर ईस्ट) का विस्तार माना जा रहा है, जो अब मीरा-भायंदर क्षेत्र तक पहुंचेगी. पूरी लाइन की लंबाई 11.38 किलोमीटर है और यह दो चरणों में बन रही है.
- चरण 1: दहिसर ईस्ट से काशीगांव तक
- चरण 2: काशीगांव से सुभाष चंद्र बोस मैदान (मीरा-भायंदर) तक
यह लाइन कुल 8 एलीवेटेड स्टेशन को जोड़ेगी: दहिसर ईस्ट, पांडुरंग वाड़ी, मीरा गांव, काशीगांव, साई बाबा नगर, मेदित्य नगर, शहीद भगत सिंह गार्डन और सुभाष चंद्र बोस मैदान.