Mumbai Drugs Case: समीर वानखेड़े को बड़ी राहत, मंत्री नवाब मलिक द्वारा NCB को भेजे गये आरोपों वाले गुमनाम पत्र के खिलाफ नहीं करेगी कोई कार्रवाई

नवाब मलिक व समीर वानखड़े (Photo Credits PTI and Twitter

Mumbai Drugs Case: एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) पर लगाये गए आरोपों के बीच रविवार को दिल्ली पहुंचे थे. कयास लगाये जा रहे थे कि मलिक द्वारा भेजे गए आरोपों वाले गुमनाम पत्र को लेकर जोनल डायरेक्टर समीर के खिलाफ एनसीबी कार्रवाई कर सकती हैं. लेकिन समीर वानखड़े को एनसीबी से बड़ी राहत मिली है. एनसीबी का कहना है कि नवाब मलिक द्वारा एनसीबी के महानिदेशक को भेजे गए समीर वानखड़े के खिलाफ आरोपों वाले गुमनाम पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी.

दरअसल आर्यन खान ड्रग्स मामले में मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ एक लेटर जारी किया था, जिस लेटर को मलिक ने बताया था कि एनसीबी के एक कर्मचारी ने उन्हें यह चिट्ठी लिखकर बताया है कि समीर वानखेड़े और उनकी टीम लोगों के घरों में तलाशी के दौरान ड्रग्स रखकर झूठे केस बनाती है. मलिक द्वारा जारी इस लेटर को लेकर ही एनसीबी समीर से पूछताछ करना चाहती थी. यह भी पढ़े: Mumbai Drugs Case: नवाब मलिक का सनसनीखेज खुलासा- मुंबई और मालदीव में बॉलीवुड से की गई 1000 करोड़ रुपये की उगाही

बता दें कि मुंबई एनसीबी ने 2 अक्टूबर को क्रूज ड्रग्स मामले की जांच में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया. इससे पहले 'स्वतंत्र गवाह' प्रभाकर सैल ने मीडिया को दिए एक बयान में दावा था किया कि एनसीबी के एक अधिकारी और अन्य लोगों द्वारा आर्यन खान को बरी करने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई थी.

इसके अलावा सिंह ने कहा कि वह बयान दर्ज करेंगे और गवाह प्रभाकर सैल द्वारा प्रदान किए गए सबूतों का विश्लेषण करेंगे और एनसीबी को एक व्यापक रिपोर्ट सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ तथ्यों को स्वतंत्र गवाह द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से रिपोर्ट किया गया है. (इनपुट एजेंसी के साथ)

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