Mumbai: डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, गैस्ट्रो और H1N1 के मामले बढ़े, BMC ने जारी की एडवाइजरी; जान लें बचाव के उपाय
मुंबई में इस अगस्त महीने में पिछले साल की तुलना में मॉनसून से जुड़ी बीमारियों के मामले बढ़ गए हैं. शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, गैस्ट्रो, लेप्टो, H1N1 और हेपेटाइटिस जैसे मॉनसून से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं.
मुंबई, 15 अगस्त: मुंबई में इस अगस्त महीने में पिछले साल की तुलना में मॉनसून से जुड़ी बीमारियों के मामले बढ़ गए हैं. शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, गैस्ट्रो, लेप्टो, H1N1 और हेपेटाइटिस जैसे मॉनसून से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. स्थिति को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने गुरुवार को पानी और मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की है. नगर निगम ने लोगों को बुखार होने पर खुद दवा न लेने और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी है.
अगस्त में बढ़ी मरीजों की संख्या
1 से 14 अगस्त तक मुंबई में मलेरिया के 555 मामले, डेंगू के 562 मामले, गैस्ट्रो के 534 मामले, लेप्टो के 172 मामले, H1N1 के 119 मामले, चिकनगुनिया के 84 मामले और हेपेटाइटिस के 72 मामले दर्ज किए गए हैं. यह आंकड़े BMC के जन स्वास्थ्य विभाग के महामारी सेल द्वारा गुरुवार को जारी किए गए.
BMC ने अपने बयान में कहा, "अगस्त 2023 की तुलना में अगस्त 2024 (1 से 14 तक) में सभी बीमारियों में वृद्धि हुई है. चिकनगुनिया और डेंगू एडीज मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारियां हैं, जो साफ पानी में पैदा होते हैं. इनके प्रजनन को रोकने के लिए नागरिकों को अपने घरों और आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए." BMC के जन स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करने के लिए घर-घर सर्वेक्षण भी शुरू कर दिया है.
BMC ने जारी की एडवाइजरी
- पानी से होने वाली बीमारियों (गैस्ट्रो, हेपेटाइटिस, टाइफाइड) से बचाव के उपाय
सड़क पर या खुले में खाना खाने से बचें, खाने से पहले हाथ धोएं या हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें और उबला हुआ पानी पिएं.
- H1N1/फ्लू की रोकथाम के लिए सलाह
भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें, छींक या खांसी आने पर नाक ढक लें, बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं, उच्च जोखिम वाले लोगों को मास्क का इस्तेमाल करें.
- वेक्टर जनित रोगों (मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया) की रोकथाम के लिए सलाह
यह सुनिश्चित करें कि आपके घरों और इमारतों के आसपास और आसपास कोई भी पानी जमा न हो, मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाले उत्पादों का उपयोग करें.
बुखार आने पर खुद दवा न लें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
मानसून के साथ बीमारियों का प्रकोप
बता दें कि मानसून के मौसम में बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है. डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों के साथ-साथ पानी से होने वाली बीमारियां जैसे कि टाइफाइड, हेपेटाइटिस भी आम हो जाती हैं. इन बीमारियों से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है. स्वच्छ और संतुलित आहार लें, नियमित रूप से व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें. बुखार होने पर डॉक्टर से संपर्क करें. अपने आसपास के वातावरण को साफ रखें.