भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच (Neemuch) की रहने वाली आंचल गंगवाल (Aanchal Gangwal) इंडियन एयरफोर्स (Indian Air Force) में फ्लाइंग ऑफिसर बन गई है. आंचल के फ्लाइंग ऑफिसर बनने के बाद उनके पिता सुरेश गंगवाल (Suresh Gangwal) अपने आपको काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. सुरेश गंगवाल के तीन बच्चें हैं. जिसमें उनका सबसे बड़ा बेटा सुरेश इंजीनियर है, वहीं उनकी बेटी आंचल अब फ्लाइंग ऑफिसर हैं. सुरेश गंगवाल की सबसे छोटी बेटी बी कॉम कर रही हैं. बता दें कि सुरेश गंगवाल का नीमच में एक चाय की छोटी से दुकान है.
आंचल गंगवाल को भारतीय वायु सेना के चीफ बीकेएस भदौरिया की उपस्थिति में शनिवार को एक फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में कमीशन मिला. इस मौके पर भदौरिया ने युवा अधिकारियों से कहा कि योग्यता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है. इस समारोह के लिए फ्लाइंग ऑफिसर आंचल गंगवाल के माता-पिता भी जानें वाले थे, लेकिन देश भर में फैल चुके कोरोना महामारी की वजह से वो नहीं जा सके.
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वहीं आंचल गंगवाल का कहना है कि वो शुरू से ही एक फाइटर बनना चाहती थीं. आंचल ने अपने स्कूल के दिनों में ही फैसला कर लिया था कि वो डिफेंस में जाएंगी. उन्होंने आगे कहा कि मैं लगभग हर रात इस दिन का सपना देखती थी. अपने माता-पिता के सामने इस यूनिफॉर्म में खड़ी हो सकूं, जिन्होंने मुझे यहां तक पहुंचाने के लिए हर कठिनाई का सामना किया.
वहीं सुरेश गंगवाल का कहना है कि आंचल शुरू से ही पढ़ाई में तेज थीं. उन्होंने बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किए थे. आंचल के पिता सुरेश गंगवाल ने बताया की आंचल के अंदर एयरफोर्स में जानें का जज्बा साल 2013 में आई उत्तराखंड त्रासदी के बाद आया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में एयरफोर्स ने जिस बहादुरी से काम किया उससे आंचल काफी प्रभावित हुई थीं.