मध्यप्रदेश: खंडवा के एक स्कूल में बच्चों का टॉयलेट साफ़ करता हुआ वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में चौथी कक्षा छात्र टॉयलेट की सफाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सफाई अभियान और परीक्षा में अतिरिक्स नंबर देने के नाम पर बच्चों का शोषण हो रहा है. यह पूरा मामला खंडवा जिले के मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर सिहाड़ा गांव के शासकीय प्राथमिक बालक शाला की है. स्कूल में टॉयलेट साफ करने वाले स्कूली बच्चे की यह वीडियो अब वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा छात्र चौथी क्लास का है. वीडियो बनाने वाले शख्स ने बताया कि काफी समय पहले उन्हें पता चला था कि स्कूल में बच्चों से शौचालय साफ करवाया जाता है. इत्तेफाक से बच्चे उन्हें शौचालय साफ करते हुए दिखाई दे दिए और उन्होंने वीडियो बना लिया.
बता दें कि ऐसे कई मामले पहले भी उजागर हो चुके हैं, इससे पहले भी भारत के कई राज्यों के स्कूल से ऐसी खबरें सामने आ चुकी हैं. इस साल जुलाई में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छह छात्राओं को शौचालय और बर्तन साफ करने का आदेश दिया गया, जिसेक बाद सभी छात्राएं संस्था से भाग गईं. उन्हें ढूंढने के बाद वापस स्कूल में लाया गया. पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि वार्डन उनसे बर्तन और शौचालय साफ करवाती है.
इस बारे में खंडवा की डिएम तन्वी सुंदरिया का कहना है कि, 'अगर छात्रों को साफ सफाई के बारे में प्रैक्टिकल जानकारी दी जा रही है और इसे पॉजिटिव रूप से लेना चाहिए.
MP: Students of a primary govt school in Khandwa were seen cleaning toilet of their school in a viral video. Tanvi Sundriya, DM, Khandwa says, "If students are given practical education on cleanliness in schools&are involved in such activities there's nothing wrong about it." pic.twitter.com/t77K2J3iij
— ANI (@ANI) August 28, 2019
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इस बारे में जब स्कूल प्रशासन से पूछा गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि बच्चे साफ सफाई करने पहुंचे हैं.