मुंबई (Mumbai) में जल्द ही मानसून आने ही वाला है. ऐसे में गुरुवार को मुंबई उपनगरों के संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया. बैठक के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि मानसून की तैयारियों का काम जारी है. उन्होंने कहा कि जमीनी स्थिति को देखने और लोगों के रचनात्मक सुझावों को लागू करने के लिए वार्ड स्तर तक सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. COVID-19: चौथी लहर की दस्तक? मुंबई में 18 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा कोरोना के केस.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि इस बार मानसून चरम पर हो सकता है, लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के साथ मिल जुलकर काम करने के लिए बीएमसी, एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के आपदा प्रबंधन से संपर्क किया गया है. हम तैयार हैं.
शिवसेना विधायक ने कहा कि हम प्रत्येक बुधवार को विभिन्न एजेंसियों से विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लेते हैं. हम मानसून से पहले के कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शहर में मेट्रो, भूमिगत, एमटीएचएल, तटीय सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे के काम भी चल रहे हैं.हमारा ध्यान समाज और बाढ़ संभावित क्षेत्रों दोनों तरफ है.
इसके अलावा, कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुंबई और उसके आसपास की नदियों और बाढ़ में आने वाली हाउसिंग सोसाइटी, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के पास के घर, जीर्ण-शीर्ण इमारतों, विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के आसपास के क्षेत्रों आदि पर चर्चा हुई.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी को अधिक धनराशि स्वीकृत की गई है और सहायक आयुक्त मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं. सभी अधिकारियों को काम की स्थिति की समय-समय पर जानकारी देने को कहा गया है. आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम दो शिफ्ट में काम नहीं करा सकते क्योंकि इससे रात के समय लोगों को परेशानी हो सकती है.
उन्होंने कहा कि पंपिंग स्टेशनों पर फाटकों को कूढ़ा व मलबा मुक्त रखने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि नाले की साफ-सफाई और वर्षा जल निकासी पर ध्यान दिया जा रहा है.
इससे पहले 18 मई को आदित्य ठाकरे ने मानसून की तैयारी के काम की प्रगति की जांच के लिए रात में दौरा किया था. बता दें कि विपक्षी बीजेपी पिछले कुछ हफ्तों से मुंबई के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही है. उन्होंने प्रशासन और बीएमसी पर जमीनी काम में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.