आ गया मानसून! केरल में हो रही झमाझम बारिश, उत्तर भारत को करना होगा इंतजार

मानसून आज केरल के समुद्री तट से टकराया. राज्य के तटीय इलाकों में शनिवार सुबह से ही बारिश हो रही है, जिसके शाम को तेज होने की उम्मीद है. मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दक्षिण में लक्षद्वीप के ऊपर चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: PTI)

मानसून ने आठ दिन की देरी के बाद शनिवार को केरल में दस्तक दे दी है. मानसून आज केरल के समुद्री तट से टकराया. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के तटीय इलाकों में शनिवार सुबह से ही बारिश हो रही है, जिसके शाम को तेज होने की उम्मीद है. मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दक्षिण में लक्षद्वीप के ऊपर चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है.

मौसम विभाग ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि केरल और लक्षद्वीप में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, लक्षद्वीप, मालदीव क्षेत्र, दक्षिण पूर्व अरब सागर और मन्नार की खाड़ी के ऊपर 35-45 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा चलने का अनुमान है. विज्ञप्ति के अनुसार मौसम खराब होने के कारण राज्य के मछुआरों को नौ, 10 और 11 जून को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है.

दक्षिण-पूर्व अरब सागर में लो प्रेशर क्षेत्र भी बन रहा है. मानसून अगले 24 घंटे में पूर्वोत्तर के त्रिपुरा में दस्तक दे सकता है. स्काईमेट ने इस साल 93% और मौसम विभाग ने 96% बारिश की संभावना जाहिर की है. स्काईमेट के अनुसार मानसून जुलाई के पहले सप्ताह तक दिल्ली-एनसीआर में दस्तक देगा.

आठ जून के लिए तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलापुझा, एनार्कुलम और त्रिशूर जिले में येलो अलर्ट जारी किया गया है. नौ जून के लिए पठानमथिट्टा, कोट्टयम, इडुक्की, पलाक्कड़, मलाप्पुरम और कोझिकोड जिले में येलो अलर्ट जारी किया गया है. कोट्टयम, इडुक्की और पलाक्कड़ में 10 जून के लिए येलो अलर्ट घोषित है. जबकि वायानाड जिले में 11 जून के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है.

बंगाल की खाड़ी मे विक्षोभ से नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल में हल्की बारिश हो रही है. कर्नाटक सरकार ने बारिश के लिए मंदिरों में पूजा कराने के आदेश दिए हैं. जहां तक दिल्ली की बात है तो यहां पर मानसून दो से तीन दिन की देरी से पहुंच सकता है. शहर में सामान्य मानसून रहने की संभावना है. उत्तर पश्चिम भारत में भी सामान्य मानसून रहने की संभावना है. उत्तर भारत, मध्य भारत और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया है. वहीं राजस्थान के कुछ हिस्सों में पारा 50 डिग्री से अधिक हो गया है.

Share Now

\