Monsoon 2020: अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र, मॉनसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल

मछुआरों को 29 मई से 1 जून के दौरान पश्चिम-मध्य अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है. जबकि मछुआरों को यह भी सलाह दी गई है कि वे 31 मई से 4 जून के दौरान दक्षिण-पूर्व और पूर्व मध्य अरब सागर में मछली पकड़ने ना उतरे.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI/File)

Monsoon 2020 Forecast: देश में मानसून की एंट्री बस कुछ दिनों में होने वाली है. इस बीच पश्चिम मध्य अरब सागर (Arabian Sea) में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से चक्रवात जैसे हालात बन रहे है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि इसके अगले 24 घंटे के बाद आगे बढ़ने की संभावना है. जिस वजह से 1 जून के आस-पास केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो सकती है.

आईएमडी के मुताबिक पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है. अगले 24 घंटों के दौरान इसके कम दबाव के क्षेत्र (डिप्रेशन) के रूप में केंद्रित होने की पूरी संभावना है. इसके अगले दो दिनों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट की ओर जाने की उम्मीद है. Monsoon 2020: मानसून में नहीं होगी देरी, 1 जून से केरल में सक्रिय होने की मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी

पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र और चक्रवाती प्रसार मध्य-क्षोभ मंडल स्तर तक बना हुआ है. 31 मई के करीब दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्वमध्य अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना को देखते हुए 1 जून के आसपास केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है.

इस दौरान मछुआरों को 29 मई से 1 जून के दौरान पश्चिम-मध्य अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है. जबकि मछुआरों को यह भी सलाह दी गई है कि वे 31 मई से 4 जून के दौरान दक्षिण-पूर्व और पूर्व मध्य अरब सागर में मछली पकड़ने ना उतरे.

उल्लेखनीय है कि भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही मानसून के समय पर आने की भविष्यवाणी की है. 1 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में सक्रीय हो जाएगा. क्योकि मानसून के लिए सारी परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं. आईएमडी ने अगले 48 घंटों के लिए इड्डुक्कि जिले (Idukki District) में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

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