Monsoon 2019 Schedule: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बारिश का कहर थम गया है. हालांकि मौसम विभाग की मानें तो अभी मायानगरी मुंबई से खतरा टला नहीं है. इस बीच भीषण गर्मी से परेशान उत्तर भारत के लिए अच्छी खबर आई है. दरअसल मानसून के रफ़्तार पकड़ने के कारण जल्द ही बारिश होने के आसार है. हालांकि बिहार और राजधानी दिल्ली को मानसून का थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ा है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार देश में मानसून के आगे बढ़ने के लिए भी सभी स्थितियां अनुकूल बन गई थीं. इस वजह से दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तर अरब सागर, गुजरात, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों में आगे बढ़ रहा है. इसके साथ ही अगले 48 घंटों के दौरान उत्तराखंड और हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में मानसून दस्तक देने वाला है.
मौसम विभाग की चेतावनी (कुछेक जगहों पर)-
4 जुलाई-
भारी से बहुत भारी वर्षा- उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा
भारी वर्षा- गुजरात, तटीय कर्नाटक, केरल, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा.
5 जुलाई-
भारी से बहुत भारी वर्षा- उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और कोंकण और गोवा
भारी वर्षा- हिमाचल प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तटीय कर्नाटक, केरल और नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा.
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6 जुलाई-
भारी से बहुत भारी वर्षा- उत्तराखंड (कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा), उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा और कोंकण और गोवा
भारी वर्षा- हिमाचल प्रदेश, उत्तर हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पूर्व मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तटीय कर्नाटक.
करीब हफ्तेभर की देरी से मानसून के केरल पहुंचने के बाद रफ़्तार थम सी गई थी. केरल के बाद मानसून कछुए की गति से आगे बढ़ रहा था. देश में बारिश का मौसम एक जून से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलता है, लेकिन 22 जून तक मानसून में औसतन 39 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है. देश में मौसम विभाग के 36 उपसंभागों में से 25 प्रतिशत ने ‘कम’ वर्षा दर्ज की है जबकि छह उपसंभागों में ’‘बेहद कम बारिश’ दर्ज की गई है.