मुंबई (Mumbai) और इसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार को मानसून की पहली जोरदार बारिश (Heavy Rain) हुई. तेज बारिश के चलते अलग-अगल हादसों में चार लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक नाबालिग लड़का भी शामिल है. अलग-अलग घटनाओं में दो और लोग घायल हो गए हैं. बारिश के बाद कई स्थानों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई, जिससे ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियों का सामना लोगों को करना पड़ा. इसके अलावा कई ट्रेनों और विमानों की उड़ान पर भी बारिश का असर पड़ा.
उत्तर-पश्चिम मुंबई के गोरेगांव उपनगर में एक नाबालिग लड़की सहित एक परिवार के चार लोग बिजली के तार की चपेट में आ गए जिससे दो लोग मारे गए और दो अन्य घायल हो गए.
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा कि 60 वर्षीय राजेंद्र यादव और 24 वर्षीय संजय यादव की मौत हो गई है, जबकि घायल पीड़ितों में 24 वर्षीय दीपू यादव और पांच वर्षीय आशा यादव शामिल हैं.
अंधेरी में एक अन्य घटना में, एक 60 वर्षीय महिला काशीमा युदियार को आरटीओ कार्यालय के पास बिजली का झटका लग गया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने कहा कि ठाणे जिले के विक्रमगढ़ में तेरनपाड़ा गांव का एक आठ साल का लड़का महेन्द्र बडगा जब अपने घर के बाहर खेला था, तब उसके ऊपर बिजली गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई.
एक घर के बाहर दीवार गिरने से तीन व्यक्ति चंद्रकांत टोडवाले, चेतन तातेह और विजय नागर घायल हो गए, जिसमें नागर की हालत गंभीर बताई जा रही है.
शहर में बारिश के चलते मुंबई की जीवनरेखा मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे और मुख्य सड़कें और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर कई जगहें जलभराव की चपेट में आ गईं.
हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि विमानों के संचालन में सामान्य दृश्यता से संबंधित औसतन 15 मिनट की देरी रही, जो मुख्य रूप से आने वाली सेवाओं के लिए थी, लेकिन परिचालन काफी हद तक अप्रभावित रहा.
इन दिक्कतों के बावजूद तेज गर्मी से झुलस रही मुंबई को बारिश से काफी राहत मिली और लोगों ने इसकी खुशी मनाई. इसके साथ ही शहर को पेयजल की आपूर्ति करने वाली कई झीलों को भी अच्छा पानी मिला जिससे पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को राहत मिलने के आसार हैं.