नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अतिरिक्त यात्रा परामर्श (ट्रैवल एडवाइजरी) जारी की है, जिसमें कहा गया है जो लोग इटली और कोरिया यात्रा पर गए हों या वहां से आए हों, उन्हें भारत में प्रवेश करने से पहले कोरोना वायरस से संक्रमित न होने का प्रमाणपत्र इन देशों में मान्यता प्राप्त लैब को देना होगा. यह नियम 10 मार्च के रात 12 बजे से लागू होगी और इस बीमारी के खतम होने तक लागू रहेगा. कोरोना वायरस के दो नए मामले 2 मार्च को सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने विदेश यात्रा को लेकर भी परामर्श जारी किया था, जिसके अंतर्गत चीन और ईरान के नागरिकों को जारी ई-वीजा/वीजा रद्द कर दिया गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "स्थिति के अनुसार वीजा पर रोक का विस्तार अन्य देशों के लिए भी किया जा सकता है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने उस समय बताया था कि हाल में ईरान से लौटे 1,086 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखने की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही मंत्रालय ने भारतीय को सलाह दी है कि अगर ज्यादा जरूरी न हो तो चीन, ईरान, कोरिया, सिंगापुर और इटली की यात्रा करने से बचें. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश: नोएडा में छात्र के पिता को पाया गया कोरोनावायरस के लक्षण, डर के चलते दो स्कूल कुछ दिन के लिए बंद
उन्होंने यह भी कहा था कि "भारतीयों को चीन, ईरान, कोरिया, सिंगापुर और इटली की अनावश्यक यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है. स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को राज्यसभा को बताया कि देश में कोरोना वायरस के 29 मामले पाए गए हैं.