देहरादून: हाल ही में केदारनाथ धाम (Kedarnath) के कई वायरल वीडियोज सामने आए जिन्होंने लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया. कुछ दिनों पहले एक महिला को केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में नोट उड़ाते हुए देखा गया, जबकि एक ब्लॉगर ने मंदिर परिसर में अपने प्रेमी को प्रपोज किया. इन वीडियोज पर कई लोगों ने आपत्ति जताई जिसके बाद अब मंदिर समिति ने पुलिस स्टेशन केदारनाथ को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वे किसी भी यूट्यूबर या वीडियो निर्माता पर कड़ी नजर रखें और अगर ऐसी कोई घटना दोबारा होती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
समिति मंदिर के भीतर सेल फोन के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है. इसके बाद, यहां आने वाले पर्यटक मंदिर के भीतर तस्वीरें खींचने या वीडियो बनाने के लिए अपने मोबाइल उपकरणों का उपयोग नहीं कर पाएंगे. बद्रीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति ने कहा धार्मिक भावनाओं को ठेस पंहुचा रहे यूट्यूब रील्स, वीडियो, इंस्टाग्राम रील्स पर करवाई होंगी.
वीडियो, इंस्टाग्राम रील्स पर लिया जाएगा एक्शन
Uttarakhand | Shri Badarinath Kedarnath Temple Committee (BKTC) writes to Shri Kedarnath Dham Police, asking them to keep strictly monitor the area around the Temple and take action against those making YouTube shorts/videos/Instagram reels to ensure any such incident is not… pic.twitter.com/x7plfnn5bm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 6, 2023
जानकारी के अनुसार, अब मंदिर परिसर में फोन स्विच ऑफ करके श्रद्धालु एंटर हो रहे हैं. लेकिन अब जल्द ही मंदिर के बाहर मोबाइल रखने की व्यवस्था की जाएगी. लगातार केदारनाथ मंदिर से जुड़े वीडियो वायरल हो रहे हैं.
इन दिनों केदारनाथ मंदिर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मंदिर परिसर में खड़ी एक महिला एक शख्स से प्यार का इजहार करती दिख रही है. वीडियो में महिला और उसके पुरूषमित्र दोनों पीले कपड़े पहने हुए दिख रहे हैं और महिला घुटनों के बल बैठकर अपने प्यार का इजहार करती नजर आ रही है.
वीडियो में दिख रही महिला व्लॉगर विशाखा का है. सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं ने इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. कुछ लोग जहां प्यार के इजहार को बहुत सुंदर बता रहे हैं, तो वहीं अन्य लोग धार्मिक स्थानों पर ऐसे कृत्यों को गलत ठहरा रहे हैं.
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि धार्मिक स्थल की एक गरिमा, मान्यताएं और परंपराएं होती हैं और श्रद्धालुओं को उसके अनुरूप ही आचरण करना चाहिए.