नई दिल्ली, 18 अक्टूबर: भारत और चीन (India-China) के सैन्य कमांडर पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए अगले हफ्ते आठवीं बार वार्ता करेंगे. इससे पहले हुई सभी चरणों की वार्ता बेनतीजा समाप्त हो गई थी और एलएसी के पास से पीछे हटने के कोई संकेत नहीं मिले थे, जबकि सर्दियां आ चुकी हैं. इससे पहले 12 अक्टूबर को सीमा विवाद सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के सैन्य कमांडरों की चुसूल में बैठक हुई थी, जो किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई थी.
बैठक के बाद, भारतीय सेना (Indian Army) ने एक बयान जारी किया था और कहा था कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के पूर्वी सेक्टर में एलएसी के पास आमने-सामने की स्थिति पर गहन, गंभीर और रचनात्मक विचार साझा किए.
दोनों पक्ष इस बात से सहमत हैं कि यह वार्ता सकारात्मक, रचनात्मक और एक-दूसरे के पक्ष के प्रति समझ बढ़ाने के लिए थी. बता दें कि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बीजिंग में कहा कि हमारी सरकार भारत के लद्दाख को केंद्र शासित बनाने के फैसले को अवैध मानती है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लीजियान ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही है.