नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में 919 अपात्र लोगों की सुरक्षा वापस ले ली गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह जानकारीबुधवार को दी. जानकारी के अनुसार सरकार के इस कदम से 2768 पुलिसकर्मी और 389 वाहन इनकी सुरक्षा व्यवस्था से मुक्त हो गए. बताना चाहते है कि जिन लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है, उनमें 22 अलगाववादी नेता भी शामिल हैं.
सरकार ने इस कदम से देश विरोधी गतिविधियों में लगे लोगों को स्पष्ट संदेश दिया है. अलगाववादियों के खिलाफ केंद्र के सख्त रुख के बाद राज्य में पुलिस संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई है. यह भी पढ़े-अलगाववादी नेता यासीन मलिक को दिल्ली के तिहाड़ जेल लाया गया, NIA करेगी पूछताछ
MHA: In a major step, the Govt of Jammu and Kashmir has withdrawn security cover from 919 undeserving persons, since Governor’s Rule (20th June, 2018) in the State, thereby freeing 2,768 police personnel and 389 vehicles. List includes 22 separatists. pic.twitter.com/mwK8OSGHr7
— ANI (@ANI) April 10, 2019
ज्ञात हो कि फरवरी महीने में पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन 18 अलगाववादी और 155 राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा वापस ले चुका है.
गौरतलब है कि इससे पहले 5 अप्रैल को भी केंद्र सरकार की तरफ से ऐसा ही एक फैसला लिया गया था. खबर यह भी है कि समीक्षा के बाद राज्य सरकार ने 919 अपात्र व्यक्तियों की सुरक्षा से 2768 पुलिसकर्मियों को हटा लिया और इसके साथ ही ऐसे व्यक्तियों की भी अतिरिक्त सुरक्षा वापस ली गई जिन्हें उनकी जरूरत से ज्यादा सुरक्षा मिली हुई थी.