Maratha Reservation: महाराष्ट्र विधानसभा में मराठा आरक्षण बिल पास होने के बावजूद मनोज जरांगे पाटिल ने भूख हड़ताल जारी रखने की बात कही है. उन्होंने विधेयक के लीगल स्क्रूटनी पर खरा उतरने को लेकर संदेह जताया है. जरांगे ने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए आरक्षण से केवल 100-150 मराठा लोगों को लाभ होगा. हमारे लोग आरक्षण से वंचित रह जाएंगे. इसलिए मैं 'सेज सोयरे' को लागू करने की मांग कर रहा हूं.
'सगेसोयरे' अध्यादेश अधिसूचना को लागू करने की मांग को लेकर 3 मार्च को राज्यव्यापी 'रास्ता रोको' आंदोलन किया जाएगा. इसके अलावा भूख हड़ताल का दूसरा दौर 22 जनवरी यानी कल से शुरू होगा.
मराठा समुदाय के साथ विश्वासघात हुआ: जरांगे
मराठा आरक्षण बिल की मांग कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि सरकार ने चुनाव और वोटों को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया है. यह मराठा समुदाय के साथ विश्वासघात है. यह आरक्षण टिकने वाला नहीं है. इसलिए ‘सगेसोयरे’ पर कानून बनाया जाए.
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वीडियो देखें:
Maratha reservation activist Manoj Jarange Patil announces statewide 'Rasta Roko' on 3rd March to demand implementation of 'Sage Soyare' ordinance notification https://t.co/2lcs8oCStT
— ANI (@ANI) February 21, 2024
अब क्या चाहते हैं मनोज जरांगे पाटिल?
दरअसल, जरांगे पाटिल चाहते हैं कि महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को कुनबी (OBC) माना जाए और इसके हिसाब से उन्हें आरक्षण दिया जाए. उनकी मांग हैं कि यह आरक्षण कुनबी मराठों के ‘खून के रिश्तों’ पर भी लागू हो. हालांकि, सरकार ने फैसला लिया कि केवल कुनबी प्रमाणपत्र के निजाम युग के दस्तावेज वाले लोगों को ही इसके तहत लाभ मिलेगा.