Rajasthan Shocker: बेटे ने पिता का पहले कराया 4 लाख का बीमा, फिर उसी पैसे के लिए कर दी हत्या, 3 अरेस्ट
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

28 दिसंबर : राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) में एक बेटे ने एक्सीडेंटल बीमा (Accidental Insurance Policy) का फर्जी क्लेम लेने के लिए अपने पिता (Father Murder) की हत्या कर दी. डीग पुलिस (Dig police) के मुताबिक हत्या (Murder) की साजिश में राजेश के साथ उसके दो साथी भी शामिल हैं. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है. पुलिस के मुताबिक यह वारदात डीग के सदर थाना इलाके के नगला भधई गांव में 24 दिसंबर को  हुई.  UP Shocker: अवैध संबंध के शक में पति ने पत्नी की गला घोटकर की हत्या, फरार आरोपी की तलाश में पुलिस

मोहकम अपने बेटे राजेश के साथ फरीदाबाद में रहता था.  करीब चार महीने पहले राजेश ने अपने पिता मोहकम के नाम पर चार अलग-अलग बैंकों से राजेश ने अपने पिता मोहकम सिंह के नाम पर चार बीमा पॉलिसियां ​​खरीदी थीं. डीग पुलिस के अनुसार, जिसने 25 दिसंबर को तीनों आरोपियों को कोसी के पास संदिग्ध परिस्थितियों में पाए जाने पर गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों ने हत्या को दुर्घटना की तरह पेश करने की प्लानिंग बनाई थी.

डीग एसएचओ राजेश पाठक ने मामले की जानकारी देते हुए कहा, "जब हमारी पुलिस टीम कोसी से गुजर रही थी, तो आरोपी एक पेड़ के पीछे छिप गए. वे हमारे सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. हमने उन्हें शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद में रविवार को पुलिस को मोहकम सिंह का खून से लथपथ शव कोसी के पास सड़क पर पड़ा मिला.”

पुलिस अधिकारी ने बताया कि "प्रथम दृष्टया यह केस दुर्घटना प्रतीत हुई. हालांकि, शव की जांच में पाया गया कि सिर में लगे कुछ चोटों को छोड़कर, शरीर के निचले हिस्से या कंधों पर एक भी निशान नहीं था जो सड़क दुर्घटनाओं में सामान्य है. इसलिए, हमें हत्या की आशंका हुई. हमने मृतक के रिश्तेदारों से पूछताछ की. उन्होंने बताया गया कि मृतक का एक बेटा है जो गांव में ही था. थोड़ी ही देर बाद हमने पाया कि मृतक का बेटा पहले से ही शांति भंग करने के आरोप में थाने में बंद था. पुलिस ने उससे पूछताछ की और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया"

हत्या के आरोप में पुलिस ने राजेश (30), विजेंद्र (25) और कान्हा (26) को गिरफ्तार कर लिया है. अपराध के बारे में पूछे जाने पर डीग एसएचओ ने कहा, “राजेश के भाई की एक साल पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, जब वह फरीदाबाद में डिलीवरी बॉय के रूप में काम कर रहा था. उनकी मृत्यु के बाद, उनकी पत्नी को बीमा के रूप में बहुत सारा पैसा मिला था. राजेश की भाभी ने उसे अपने पिता का बीमा कराने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उसने हत्या को दुर्घटना का रूप देकर पैसे के लालच में आकर अपने पिता की हत्या कर दी."