Mumbai: KYC अपडेट करने के बहाने पुलिसकर्मी हुआ ठगी का शिकार, अकाउंट से उड़े 98,000 रुपये
सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) की क्राइम ब्रांच की भयंदर यूनिट ने झारखंड के जामताड़ा से एक साइबर अपराधी को बैंक खाते के केवाईसी को अपडेट करने के बहाने आरपीएफ हेड कांस्टेबल से 98,000 रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके पास से चार मोबाइल फोन और 13 सिम कार्ड बरामद किए हैं.
सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) की क्राइम ब्रांच की भयंदर यूनिट ने झारखंड के जामताड़ा से एक साइबर अपराधी को बैंक खाते के केवाईसी को अपडेट करने के बहाने आरपीएफ हेड कांस्टेबल से 98,000 रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके पास से चार मोबाइल फोन और 13 सिम कार्ड बरामद किए हैं. Mumbai: साइबर जालसाज ने फिल्म वितरक से दो लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की.
पुलिस के अनुसार, चर्चगेट में डीजी कार्यालय से जुड़े आरपीएफ में हेड कांस्टेबल को पिछले महीने कई मैसेज और कॉल आए. आरोपी ने खुद को बैंक अधिकारी के रूप में पेश किया. उसने हेड कांस्टेबल को खाते का केवाईसी अपडेट करने के लिए कहा और ऐसा न करने पर बैंक खाता बंद होने की बात भी कही.
इसके बाद अपराधी ने शिकायतकर्ता को 10 रुपये प्रोसेसिंग फीस के तौर पर भेजने को कहा गया. इसके बाद अपराधी ने एक लिंक भेजा, जैसे ही शिकायतकर्ता ने लिंक पर क्लिक किया, उसके खाते से 98,000 रुपये कट गए. इसके बाद हेड कांस्टेबल जीआरपी कार्यालय पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई.
वसई पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया और रेलवे क्राइम ब्रांच की भयंदर यूनिट द्वारा समानांतर जांच की गई. सात दिन की तलाशी के बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और आसनसोल के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को कालाघेरिया से 26 वर्षीय आरोपी विक्रम राधेश्याम मंडल को गिरफ्तार कर लिया. जीआरपी के एक अधिकारी ने बताया कि वे अब उसे मुंबई ला रहे हैं.
एक अधिकारी ने कहा, “तकनीकी विश्लेषण से हमें पता चला कि आरोपी जामताड़ा में था. जांच से पता चला कि मंडल ने एक आलीशान घर बनाया था और दूसरों से चुराए गए पैसे से जमीन खरीदी थी. एक अधिकारी ने कहा कि रेलवे क्राइम ब्रांच जांच कर रही है कि उसे कांस्टेबल का डेटा कैसे मिला."