असम में ग्रामीण अदालत ने सजा के तौर पर व्यक्ति को जिंदा जलाया
असम के नगांव जिले में एक अनाधिकृत ग्रामीण अदालत ने सजा के तौर पर एक व्यक्ति को कथित तौर पर जिंदा जला दिया है. शख्स की पहचान रंजीत बोरदोलोई के रूप में हुई है.
गुवाहाटी, 9 जुलाई : असम के नगांव जिले में एक अनाधिकृत ग्रामीण अदालत ने सजा के तौर पर एक व्यक्ति को कथित तौर पर जिंदा जला दिया है. शख्स की पहचान रंजीत बोरदोलोई के रूप में हुई है. नगांव जिले के बोर लालुंग इलाके में हुई इस घटना का पता तब चला जब पुलिस ने बोरदोलोई को खोजने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया था.
रिपोटरें के अनुसार, कुछ ग्रामीणों ने दावा किया कि आदमी को जिंदा जला दिया गया था और बाद में शव को दफना दिया गया था. पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि बोरदोलोई पर पहले गांव में एक महिला की हत्या करने का संदेह था. एक पुलिस सूत्र ने कहा, सबिता पाटोर नाम की एक महिला की कुछ दिन पहले अस्वाभाविक परिस्थितियों में मौत हो गई थी. यह भी पढ़ें : ”अगर हमें बोलने ही नहीं दिया जाएगा तो हम तो सिर उठाएंगे” : प्रोफेसर रूपरेखा वर्मा
स्थानीय गांव की अदालत ने मामला उठाया था जिसमें बोरदोलोई ने कथित तौर पर महिला की हत्या करना स्वीकार किया था. सूत्र ने कहा, बाद में गुस्साई भीड़ ने उसे जलाकर मार डाला. नगांव की पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने आईएएनएस को बताया, हमें शव मिल गया है. जिन परिस्थितियों के कारण यह घटना हुई, उनकी जांच की जा रही है.