महीनों बाद सीबीआई निदेशक पद पर ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति के बाद भी सीबीआई विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा है. शुक्ला की नियुक्ति के बाद एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. मामले में एक तरफ जहां सीबीआई निदेशक पद पर ऋषि कुमार शुक्ला (Rishi Kumar Shukla) के नाम पर नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहमत नहीं थे तो अब दूसरी तरफ, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने दावा किया है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पसंदीदा अधिकारियों को तवज्जो देने की ‘‘गलत मंशा'' से सीबीआई प्रमुख के यन के मानदंडों में ‘‘हेरफेर'' करने की कोशिश की थी.
जितेंद्र सिंह ने खड़गे पर आरोप लगाया कि वह चयन समिति में हुई चर्चा के बारे में मीडिया को सिर्फ अपने हिसाब से चीजें बता रहे हैं. केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘खड़गे ने सीबीआई निदेशक के चयन से संबंधित स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मूल्यांकन पर आधारित उद्देश्यपरक मानदंडों में हेरफेर की कोशिश की. वह उम्मीदवारों की अंतिम सूची में अपने कुछ पसंदीदा अधिकारियों को शामिल करना चाह रहे थे'. यह भी पढ़ें- ऋषि कुमार शुक्ला को CBI निदेशक चुने जाने से मल्लिकार्जुन खड़गे असहमत, पीएम मोदी को लिखा पत्र
Jitendra Singh, MoS PMO on Mallikarjun Kharge's dissent note to PM over appointment of new CBI Director: It's rather Mr. Kharge who is guilty of trying to have manipulated independent assessment based criteria, in order to accommodate names of his preference. https://t.co/6g6cPSg1Nl
— ANI (@ANI) February 2, 2019
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व प्रमुख ऋषि कुमार शुक्ला को दो साल के तय कार्यकाल के लिये शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का निदेशक नियुक्त किया गया है. मध्य प्रदेश कैडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी शुक्ला फिलहाल भोपाल में मध्य प्रदेश पुलिस आवास निगम के अध्यक्ष हैं. 10 जनवरी को आलोक वर्मा को डायरेक्टर पद से हटाने के बाद केंद्र सरकार ने एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किया था. तभी से सीबीआई डायरेक्टर का पद खाली था.