Maharashtra: टीकाकरण में सबसे आगे महाराष्ट्र, 80 लाख से अधिक लोगों को मिली वैक्सीन
कोरोना महामारी के संकट के बीच, महाराष्ट्र 16 जनवरी से अब तक 80 लाख टीकाकरण की सीमा पार करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है. मंगलवार से जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
मुंबई, 6 अप्रैल : कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के संकट के बीच, महाराष्ट्र 16 जनवरी से अब तक 80 लाख टीकाकरण (Vaccination) की सीमा पार करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है. मंगलवार से जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना मामलों की संख्या और संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या भी देश में सबसे अधिक है. राज्य में अभी तक कुल 81,27,248 लोगों का टीकाकरण हो चुका है, जिसमें 72,98,206 लोगों को पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि 8,29,042 लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक ले ली है. इस सूची में अगला स्थान गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का है, जहां अब तक सबसे अधिक संख्या में लोगों का टीकाकरण हो चुका है. गुजरात में कुल 76,89,507 लोगों ने (68,17,703 पहली खुराक और 8,71,804 दूसरी खुराक) वैक्सीन प्राप्त की है, जबकि राजस्थान में 72,99,305 (64,00,581 और 8,98,724) लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
उनके बाद उत्तर प्रदेश का नंबर आता है, जहां अभी तक कुल 71,98,372 (60,71,090 और 11,27,282) और पश्चिम बंगाल में 65,41,370 (57,91,392 और 7,49,978) लोगों को वैक्सीन की खुराक मिल चुकी है. छोटे राज्यों की बात करें तो मिजोरम (73,566), सिक्किम (83,797), पुदुचेरी (85,421) और नागालैंड (86,221) का नंबर आता है. सबसे नीचे से देखें तो केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप द्वीप समूह (8,196), दमन और दीव (22,989), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (25,217) और दादर एवं नगर हवेली ( 26,133) का नंबर आता है. यह भी पढ़ें : मध्य रेलवे मुंबई से गोरखपुर, पटना, दरभंगा और पुणे से दानापुर के लिए चलाएगी स्पेशल ट्रेनें
महाराष्ट्र में अभी तक सबसे अधिक मुंबई के लोगों को वैक्सीन प्राप्त हुई है, जिनकी संख्या 14,10,537 है. इसके बाद पुणे में 11,14,040 लोगों को खुराक मिली है. मुंबई और पुणे दोनों शहरों में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है और यह शहर राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 के मेगा-हॉटस्पॉट्स बने हुए हैं. कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए राज्य में 5 अप्रैल से रात्रि कर्फ्यू लगाने के अलावा नियम और भी कड़े कर दिए गए हैं.