Maharashtra Horror: अमरावती में ‘घरेलू उपचार’ के तहत शिशु को 65 बार गर्म हंसिए से दागा गया, भयंकर चोटें आईं
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मुंबई, 27 फरवरी: महाराष्ट्र के अमरावती के चिखलदरा में 22 दिन के एक शिशु को गंभीर चोटें आईं, जब बीमारी के लिए "घरेलू उपचार" का प्रयास करते हुए रिश्तेदारों ने एक दरांती को गर्म किया और बच्चे के पेट पर लगभग 65 बार जला दिया. बच्चे की हालत तेजी से बिगड़ती गई, उसे कई चिकित्सा सुविधाओं में स्थानांतरित किया गया, अंततः उसे गंभीर हालत में अमरावती के डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया. एबीपी माझा की रिपोर्ट के अनुसार, फुलवंती राजू अधिकार नामक शिशु बीमार पड़ गया, जिसके बाद रिश्तेदारों ने क्रूर और खतरनाक तरीका अपनाया. रिश्तेदारों ने एक धार वाली हसिये को गर्म किया और बार-बार बच्चे के पेट पर दागा, जिससे कई जलने के घाव हो गए. यह घटना अमरावती के मेलघाट क्षेत्र के चिखलदरा तालुका में स्थित सिमोरी गांव में हुई. यह भी पढ़ें: Maharashtra: स्कूल ट्रिप के दौरान 8वीं कक्षा के छात्र की हार्ट अटैक से मौत, चंद सेकेंड में मासूम ने तोड़ा दम

महाराष्ट्र में एक नवजात को 65 बार गर्म हंसिया से दागा गया..

22 दिन के बच्चे के साथ हाल ही में यह दर्दनाक घटना हुई, जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. बच्चे के रिश्तेदारों ने पारंपरिक उपचार के तहत उसे घायल कर दिया. बच्चे के माता-पिता राजू अधिकार और उसकी पत्नी भी इस भयावह घटना में शामिल हैं.

रिश्तेदारों का मानना ​​था कि ‘घरेलू उपचार’ से बच्चे की बीमारी ठीक हो जाएगी

रिश्तेदारों का मानना ​​था कि इस अनुष्ठान से बच्चे की बीमारी ठीक हो जाएगी, जिससे पता चलता है कि वे इस क्षेत्र में प्रचलित खतरनाक और अवैज्ञानिक प्रथाओं पर निर्भर थे. अनुष्ठान के बाद, बच्चे की हालत बिगड़ गई, जिसके कारण उसे कई बार अस्पताल ले जाना पड़ा. शिशु को पहले हाटरू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, फिर अचलपुर ले जाया गया और अंत में चोटों की गंभीरता और सांस लेने में कठिनाई के कारण अमरावती के डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया.

अमरावती के जिला महिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही थी. हालांकि उन्होंने पेट में घाव की बात स्वीकार की, लेकिन उन्होंने कहा कि मुख्य चिंता बच्चे की सांस लेने में तकलीफ थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष सुविधाओं की कमी के कारण, शिशु को आगे के इलाज के लिए नागपुर रेफर किए जाने की संभावना है.