मुंबई: फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई को सौंपे जाने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने टिप्पणी करते हुए कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के मामले का हाल 2013 के नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड (Narendra Dabholkar Murder Case) की तरह नहीं होनी चाहिए, जिसे सीबीआई (CBI) अब तक नहीं सुलझा पाई है. पवार के इस बयान को लेकर ही दाभोलकर के बेटे हामिद दाभोलकर का भी एक बयान आया है. उन्होंने मीडिया के बातचीत में कहा कि पिछले 6 सालों से CBI डॉ. दाभोलकर की हत्या के मामले की जांच कर रही है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. लेकिन अब तक हत्या के पीछे कौन मास्टरमाइंड है वह अभी भी गिरफ्तार से बाहर है.
हामिद दाभोलकर (Hamid Dabholkar) ने कहा कि सीबीआई को जांच पूरी करनी चाहिए और "मुख्य अपराधियों" को गिरफ्तार करना चाहिए. उन्होंने कहा इस घटना को सात साल होने को जा रहे हैं. यह दुखद है कि सात साल बाद भी आरोपी गिरफ्तार के बाहर है.अब तक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लेना चाहिए. यह भी पढ़े: नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड: आरोपी वकील संजीव पुनालेकर को पुणे सेशन कोर्ट ने दी जमानत
For last 6 years, CBI has been investigating Dr Dabholkar's murder case & arrested many people. Yet, main mastermind behind murder hasn't been caught, which is a threat for freethinkers: Hamid Dabholkar, Activist Dr Narendra Dabholkar's son, who was murdered in Pune in Aug 2013 pic.twitter.com/zxZxto4KBv
— ANI (@ANI) August 20, 2020
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने वीरेंद्र तावड़े, शरद कालस्कर, सचिन अंदुरे, संजीव पुनालेकर और विक्रम भावे के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए हैं. लेकिन शेष गिरफ्तार आरोपियों - अमोल काले, अमित दिगवेकर और राजेश बंगेरा के खिलाफ आरोपपत्र दायर नहीं किए गए हैं. हामिद ने कहा, ‘‘अब तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि असली षडयंत्रकारी कौन थे. सीबीआई को उन्हें ढूंढना चाहिए. अन्यथा लेखकों, तर्कवादियों और पत्रकारों की बोलने की स्वतंत्रता पर खतरा बना रहेगा.