मुंबई: महाराष्ट्र में किसानों की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हुई वार्ता संपन्न हो गई है. राज्य सरकार ने किसानों की सभी मांगे मान ली हैं. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को बताया कि आदिवासी किसानों की मांगों पर लिखित स्वरूप में आश्वासन दिया गया है. वहीं पिछले मोर्चे के दौरान जो मांगें थी उन मांगों पर भी काम लगभग पूरा हो चुका है. आदिवासी किसानों की सभी मांगों को मान्य कर लिया गया है. सीएम से हुई वार्ता के बाद किसानों का प्रतिनिधिमंडल आजाद मैदान में जमे किसानों के पास पहुंचा और बताया कि मुख्यमंत्री फडणवीस से किन-किन मुद्दों पर वार्ता हुई. प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि सरकार की ओर से किसानों को सभी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया है.
महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से मुंबई के आजाद मैदान पहुंचा किसानों का प्रतिनिधिमंडल राज्य के सीएम से मुलाकात करने के लिए विधानभवन के बाहर जुटा. इनके साथ महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन भी मौजूद थे. किसानों ने मांग की थी कि सरकार उन्हें लिखित में आश्वासन दे, तभी वे वापस लौटेंगे. किसानों की सरकार की बात के परिणाम सकारात्मक निकले.
Lok Sangarsh Morcha, which has led the farmers' protests at Azad Maidan, Mumbai has called off the protest after getting written assurances on their demands from Maharashtra Government. pic.twitter.com/N3PMzmjrJT
— ANI (@ANI) November 22, 2018
अब अगले 3 महीने में लंबित पड़े मामलों पर सरकार फैसला लेगी, आदिवासी और गैर आदिवासी समाज के तीन पीढ़ियों के रहने के दस्तावेज जमा करने की शर्त रद्द किया जाए इस विषय पर भी राज्य सरकार केंद्र सरकार से सिफारिश करेगी. इससे पहले जंगल की जमीन आदिवासियों को देने के मामले में 80 फीसदी दावे सरकार ने नकार दिए थे इस पर भी सरकार पुनर्विचार करेगी.
क्या हैं किसानों की मांगे
किसान लोड शेडिंग की समस्या, वनाधिकार कानून लागू करने, सूखे से राहत, न्यूनतन समर्थन मूल्य, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने, जिस जमीन पर आदिवासी खेती कर रहे हैं, उसे आदिवासियों के नाम पर करने जैसी मांगों पर सरकार की हां चाहते हैं. किसानों का कहना है कि पिछले प्रदर्शन को करीब 9 महीने हो गए हैं, जिनमें से किसानों को दिए गए कई आश्वासन अब तक पूरे नहीं हो सके हैं.