अमरावती: बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने महाराष्ट्र ( Maharashtra ) की अमरावती (Amrawati) लोकसभा सीट से सांसद नवनीत कौर राणा (Navneet Kaur Rana) जाति प्रमाण पत्र रद कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले से उनकी मुश्किलें और बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. नवनीत राणा का जाति प्रमाण पत्र फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जाति जांच समिति से धोखे से सत्यापित करवाया गया था. इसलिए कोर्ट ने कार्रवाई करते हुए जाति प्रमाण पत्र रद कर उसे जब्त कर लिया. इतना ही कोर्ट ने उनके ऊपर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. राणा अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं. उनके पति रवि राणा बडनेरा विधानसभा से विधायक हैं. इससे पहले 2014 में भी अदालत ने उनका जाति प्रमाणपत्र खारिज किया था. अमरावती लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: शिवसेना के आनंदराव अड़सुल आगे
अमरावती से पहली बार सांसद बनी नवनीत राणा के ऊपर अब सीट गंवाने का खतरा नजर आ रहा है. अमरावती लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी. कोर्ट ने अभी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. बता दें कि अमरावती विदर्भ क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. एक्टिंग से पॉलिटिक्स में एंट्री लेने वाली राणा सात भाषाएं जानती हैं. उन्होंने चुनाव में पूर्व सांसद और शिवसेना नेता आनंदराव अद्सुल को हराया था.
Bombay HC cancels caste certificate of Amravati Lok Sabha member Navneet Kaur Rana; says it was obtained fraudulently
— Press Trust of India (@PTI_News) June 8, 2021
सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने नवनीत राणा को 6 हफ्ते के अंदर अपने सभी प्रमाण पत्र जमा करने का आदेश दिया है. अमरावती संसदीय सीट आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र था और यहीं से नवनीत कौर राणा ने चुनाव लड़ा था और विजयी हुई थी. अब कोर्ट के फैसले के बाद उनकी सदस्यता जाने का भी खतरा नजर आ रहा है.
बता दें कि मार्च में नवनीत राणा ने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि सावंत ने उन्हें लोकसभा की लॉबी में सदन में महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ बोलने पर जेल भेजने की चेतावनी दी थी. राणा महाराष्ट्र की आठ महिला सांसदों में से एक हैं. उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी फोन कॉल पर एसिड अटैक की धमकियां मिलने की शिकायत की थी.