एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने विवादित टिप्पणी पर दी सफाई, कहा- तोड़ मरोड़कर कर पेश किया जा रहा है उनका बयान, नहीं मांगूंगा माफी
दरअसल देश में नागरिकता संशोधन और एनआरसी को लेकर पूरे देश में हो रहे विरोध को लेकर वारिस पठान कर्नाटक के गुलबर्गा में आयोजित के रैली में शामिल होने के लिए गये थे. जहां पर वे लोगों को संबोधित अक्र्ते हुए कहा कि '100 करोड़ (हिंदुओं) पर 15 करोड़ (मुस्लिम) भारी पड़ेंगे.' उन्होंने कहा कि अगर आजादी दी नहीं जाती तो छीननी पड़ेगी.
बेंगलुरु: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पार्टी के नेता वारिस पठान (Waris Pathan) कर्नाटक के गुलबर्गा में आयोजित के रैली के दौरान उन्होंने विवादित बयान दिया. जिनके उस बयान को लेकर विरोध होना शुरू हो गया है. बीजेपी के नेताओं का कहना है कि उन्हें अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए. नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. लोगों के विरोध के बाद विवादित टिप्पणी पर वारिस पठान दे सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर कर पेश किया जा रहा है. इसलिए वे माफी नहीं मांगेंगे.
बात दें कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर पूरे देश में हो रहे विरोध को लेकर वारिस पठान कर्नाटक के गुलबर्गा में आयोजित के रैली में शामिल होने के लिए गये थे. जहां पर वे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि '100 करोड़ (हिंदुओं) पर 15 करोड़ (मुस्लिम) भारी पड़ेंगे.' उन्होंने कहा कि अगर आजादी दी नहीं जाती तो छीननी पड़ेगी.
गौरतलब हो वारिस पठान मुंबई के भायखला विधानसभा सीट से एआईएमआईएम से विधायक रह चुके हैं. 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी एआईएमआईएम के टिकट पर चुनाव लड़े. लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा.