मुंबई: कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले अन्य राज्यों के साथ ही महाराष्ट्र में कमी आने के बाद मंदिर-मस्जिद, गुरुद्वारों को खोलने के बाद मुंबई की लोकल ट्रेनों को भी चालू कर दी गई. ताकि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके. लेकिन राज्य में शुक्रवार से अचानक से कोरोना के मामले बढ़ने लगे. जिसकी वजह से महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) हरकत में आने के बाद अमरावती में लॉकडाउन और यवतमाल में नाइट कर्फ्यू लगा दिया. महाराष्ट्र में कोरोना के अचानक से शुक्रवार को केस बढ़ने के बाद 6,000 मामले पाए जाने के बाद शनिवार को 6281 नए मरीज पाए गए.
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,281 नए मामले पाए गए, वही 40 मरीजों की मौत भी हुई हैं. राहत की बात है कि इस महामारी से 2,567 मरीज ठीक हुए हैं. महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों पर नजर डाले तो अब तक 20,93,913 कोविड-19 के मामले दर्ज किये जा चुके हैं, वहीं 19,92,530 मरीज ठीक हुए हैं. एक्टिव केस 48,439 हैं/ जबकि 51,753 लोगों की जान जा चुकी हैं. यह भी पढ़े: Maharashtra: संजय राउत का बड़ा हमला, महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ने वाले मामलों के पिछे विपक्ष को ठहराया जिम्मेदार
Maharashtra reported 6,281 new COVID-19 cases, 2,567 discharges, and 40 deaths in the last 24 hours, as per State Health Department
Total cases: 20,93,913
Total recoveries: 19,92,530
Active cases: 48,439
Death toll: 51,753 pic.twitter.com/aQ8gOWRq2x
— ANI (@ANI) February 20, 2021
राज्य में पहले भी मुंबई कोरोना के मामलों को लेकर पहले स्थान पर था. एक बार फिर मुंबई पहले स्थान पर है. शनिवार को पिछले तीन महीनों में पहली बार एक साथ मुंबई के अलग- अलग इलाकों में स्थित बिल्डिंग में कोरोना वायरस के 2749 नए मामले पाए जाने के बाद बीएमसी ने 1305 इमारतों को सील कर दिया है. इन इमारतों में 71,838 लोग रहते हैं.
इस बीच राज्य में कोरोना के मामले बढ़ने पर राजनीति भी शुरू हो गई. शिवसेना नेता संजय राउत ने हुए राज्य में कोविड-19 के बढ़ने वाले मामलों के पीछे विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है. राउत ने कहा, सरकार पहले ही कहा रहा थी कि अभी सभी चीजों को नहीं खोला जा सकता नही. लेकिन विपक्ष के नेता अपने जिद पर अड़े हुए थे. अन्य राज्यों में धार्मिक स्थल के साथ सार्वजिक स्थल खोले जा रहे है. लेकिन महाराष्ट्र सरकार इन स्थलों को नहीं खोल रही है.