महाकुंभ नगर, 29 जनवरी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मौनी अमावस्या पर्व पर भगदड़ मचने के बाद श्रद्धालुओं से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी पोस्ट में कहा गया, “श्रद्धालुओं से अपील है कि - मां गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें.” इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली थी. प्रधानमंत्री प्रयागराज में मची भगदड़ पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.
उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस भगदड़ के संबंध में बात की. उन्होंने सभी घायलों को हर प्रकार की चिकित्सा सुविधा देने का आश्वासन दिया. बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बुधवार को मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई. इस हादसे में करीब 30 महिलाएं घायल हो गईं, जो संगम में स्नान करने के लिए जा रही थीं. यह भी पढ़ें : Akhilesh Yadav On Mahakumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ पर अखिलेश यादव ने दी पहली प्रतिक्रिया, श्रद्धालुओं से संयम और धैर्य बनाए रखने की अपील
यह घटना पवित्र स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई, जिसके कारण अखाड़ों को कुछ समय के लिए अपना कार्यक्रम रोकना पड़ा. गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के पवित्र संगम से लगभग एक किलोमीटर दूर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बैरिकेड्स टूट गए और इसके कारण भीड़ में भगदड़ मच गई. लोगों के कुचलने से कई महिलाएं बेहोश हो गईं. घायलों को तुरंत महाकुंभ मेला क्षेत्र के पास के अस्पताल में भेजा गया, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायल महिलाओं को इलाज के लिए बेली अस्पताल और स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया.
प्रत्यक्षदर्शियों ने इस घटना को बहुत भयावह बताया. इस घटना को देखने वाले जय प्रकाश स्वामी ने बताया, "वह महिला भीड़ के नीचे फंसी हुई थी और उठ नहीं पा रही थी. हम सब भीड़ में फंस गए थे. मैं सबसे पहले बाहर निकला, फिर मैंने बच्चों, पिता और मां की मदद की."