मध्य प्रदेश: हॉस्पिटल स्टाफ को नहीं मिली ICU की चाबी, एंबुलेंस में हुई महिला मरीज की मौत

एंबुलेंस जब महिला को लेकर यहां पहुंची तो आईसीयू लॉक था हॉस्पिटल स्टाफ को ICU के चाबी नहीं मिली और इससे संबंधित कर्मचारी मौजूद नहीं थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: File Image)

कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में उन मरीजों को इलाज में परेशानी हो रही है जिन्हें कोरोना वायरस नहीं है. मध्य प्रदेश के उज्जैन से ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक महिला की एंबुलेंस में ही मौत हो गई. महिला को सांस लेने में परेशानी की शिकायत थी. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, एंबुलेंस में महिला मरीज की मौत हो गई. महिला की स्थिति नाजुक थी. उसे उज्जैन के जिला अस्पताल में गुरुवार रात भर्ती कराया गया था. महिला को हाई ब्लड-प्रेशर और सांस लेने में परेशानी थी.

डॉक्टरों ने महिला को माधव नगर के एक अस्पताल में रेफर किया. यह अस्पताल फिलहाल कोविड-19 के मामलों के लिए ही है. इसके बाद महिला को एक प्राइवेट अस्पताल- आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टिपल में ले जाया गया. एंबुलेंस जब महिला को लेकर यहां पहुंची तो आईसीयू लॉक था हॉस्पिटल स्टाफ को ICU की चाबी नहीं मिली और इससे संबंधित कर्मचारी मौजूद नहीं थे. यह भी पढ़ें- Coronavirus: मध्य प्रदेश के 62 वर्षीय नाहरू खान ने बनाई ऑटोमेटिक सैनिटाइजिंग मशीन, अस्पताल को दी दान.

इस बीच आईसीयू का ताला तोड़ने की भी कोशिश हुई लेकिन आखिरकार देरी की वजह से महिला ने दम तोड़ दिया. इस मामले में उज्जैन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुसुइया गवली ने कहा, 'वह हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों से पीड़ित थी. उसे मेडिकल कॉलेज में भेजा गया. हमारे विशेषज्ञ ने कोविड-19 (COVID-19) के लिए उसके नमूने लिए थे, लेकिन उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. हम जांच कर रहे हैं कि क्या वह कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं?'

पूरे मामले के बाद दो वरिष्ठ डॉक्टरों- सिविल सर्जन डॉ आरपी परमार और माधव नगर अस्पताल के इनचार्ज डॉ महेश मरमट को महिला और एक अन्य मरीज को वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं कराने के कारण उनके पद से हटा दिया गया है. मृतक महिला की कोरोना वायरस टेस्ट की रिपोर्ट आनी बाकी है.

Share Now

\