मध्य प्रदेश में बस हादसे के बाद एक और बड़ी घटना, रेत खनन करते समय 3 मजदूरों की दबने से मौत
मध्य प्रदेश में बस हादसे के बाद और एक हादसा, रेत खनन करते समय 3 मजदूरों की दबने से मौत
भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मंगलवार काला दिन बनकर आया. पहला बड़ा हादसा जहां सीधी जिले (Sidhi District) में हुआ. यात्रियों से भरी एक बस सुबह साढ़े सात बजे बाण सागर बांध से निकलने वाली नहर में पलटने से बस में सवार लोगों में 47 की जिंदगी निगल गई. किसी तरह सात लोगों की जिंदगी बच पाई. जिनकी जिंदगी बच गई वे अपने को खुश किस्मत समझ रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश में दूसरा एक बड़ा हादसा हुआ. यह हादसा निवाड़ी के घटवाहा गांव में हुआ. जहां रेत खनन (Sand Excavation) करते समय तीन मजदूरों की दबकर मौत हो गई.
निवाड़ी जिले के एसपी अशोक कुमार (SP Alok Kumar) ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को निवाड़ी इलाके के घटवाहा गांव में मजदूर रेत की खुदाई कर रहे थे कि अचानक रेत का टीला उनपर गिर पड़ा और वे उसके नीचे दब गए. घटना के बाद मजदूरों को किसी तरह निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया. इलाज के दौरान अस्पताल में तीनों मजदूरों की मौत हो गई. यह भी पढ़े: Sidhi Bus Accident Update: मध्य प्रदेश बस हादसे में बचाव कार्य समाप्त, 45 यात्रियों के शव बरामद
मध्य प्रदेश में इन दोनों हादसों ने एक झटके में पच्चास जिंदगियों को निकल गई. इन दोनों हादसों के बाद सीधी जिले के साथ ही निवाड़ी जिले में मातम फैला हुआ है. निवाड़ी हादसे में तीन लोगों की जिंदगियां गई है. लेकिन सीधी हादसे में एक साथ 47 लोगों की जिंदगियां जाने की वजह से सीधी जिले के साथ ही पूरे मध्य प्रदेश में मातम हैं.
सीधी हादसे को लेकर सरकार भी चिंतित है. सरकार मृतक परिवार के दुख में शामिल होते हुए पीड़ित परिवार को मदद के रूप में पांच-पांच लाख रुपये की घोषणा. वहीं पीएम मोदी भी सीधी हादसे पर दुख प्रकट करते हुए पीड़ित परिवार को दो-दो लाख तो घायल को पच्चास हजारे रुपये पीएम राहत कोष से देने का ऐलान किया. फिलहाल रेत खनन में जान गंवाने वाले लोगों के बारे में सरकार की तरफ से किसी तरह के मुआवजे का ऐलान नहीं हुआ है.