Who Will Be New MP CM? मैं सीएम पद का दावेदार नहीं हूं... मुख्यमंत्री पद पर संस्पेंस के बीच बोले शिवराज
मध्य प्रदेश में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन बनेगा. यह सवाल जटिल इसलिए हो गया है क्योंकि शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वे मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन बनेगा. यह सवाल जटिल इसलिए हो गया है क्योंकि शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि वे मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "न मैं पहले सीएम पद का दावेदार था, न अब हूं. मैं सिर्फ पार्टी का कार्यकर्ता हूं और पार्टी जो भी पद या जिम्मेदारी देगी, मैं उसे निभाऊंगा." INDIA Alliance: विधानसभा चुनाव में हार से इंडिया गठबंधन में बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, सीट शेयरिंग में मिल सकते हैं कम सीट!
दरअसल बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सीएम फेस नहीं बनाया था क्यों कि पार्टी को लगा कि एंटी इंकंबैंसी को खत्म किया जाए. लेकिन जनता विशेषकर महिलाएं शिवराज चौहान की योजनाओं से इतनी प्रभावित थीं कि बीजेपी को भर-भरकर वोट दिए. मध्य प्रदेश का मुख्य मंत्री कौन होगा इसका फैसला बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व करेगा और इसपर अभी तक सस्पेंस है.
मैं सीएम पद का दावेदार नहीं
जीत के नायक बने शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की शानदार जीत के नायक बनकर उभरे. वह सबसे लंबे समय तक बीजेपी से प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं. 64 वर्षीय नेता ने सत्ता विरोधी लहर को मात देने के लिए 'लाडली बहना' जैसी ‘‘गेम-चेंजर’’ योजना शुरू करके मध्य प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की जिसमें वह सफल हुए.
23 मार्च 2020 को मध्यप्रदेश के चौथी बार मुख्यमंत्री बने बीजेपी नेता चौहान को एक सफल प्रशासक के साथ ही बेहद विनम्र और मिलनसार राजनेता के रूप में पहचाना जाता है. किसान परिवार में पैदा हुए चौहान ने सबसे लंबे समय, यानी 16 साल नौ महीने तक लगातार मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर रहने का इतिहास रचा है.
बीजेपी की प्रचंड जीत
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज कर प्रचंड बहुमत हासिल किया है. प्रदेश की 230 सीटों में से 163 पर जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस को 66 सीटों पर जीत मिली.