मध्य प्रदेश में कार से बाहर जा रहे एक व्यक्ति को नशे में धुत उसके दो दोस्तों ने तेज रफ्तार वाहन से बाहर धक्का दे दिया. तीसरे शख्स को बाहर फेंकने के बाद दोनों दोस्त कार चलाते रहे और उन्हें इस बात का एहसास नहीं हुआ कि उनका दोस्त सीट बेल्ट में फंसा हुआ है. मृतक की पहचान दो बच्चों के पिता संदीप नकवाल के रूप में हुई है, जिसे कथित तौर पर भोपाल-ग्वालियर राजमार्ग पर 25 किमी तक घसीटा गया था. MP में बोरवेल से निकाली गई चार वर्षीय बच्ची की इलाज के दौरान मौत.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इतनी दूर तक घसीटे जाने के कारण नकवाल की मौत हो गई. यह घटना तब हुई जब तीनों दोस्त अजमेर में एक अंतिम संस्कार से लौट रहे थे. तीनों ने भोपाल से होकर रास्ता अपनाया, हलाकि यह लगभग 60 किमी लंबा था. सीहोर जिले में रात को खाना खाने के बाद संदीप और उसके चचेरे भाई संजीव नकवाल (53) के बीच बहस हो गई.
कार उनका दोस्त राजेश चढ़ार चला रहा था. बहस इतनी बढ़ गई कि संजीव ने अपने चचेरे भाई संदीप को चलती गाड़ी से धक्का दे दिया. इसके बाद, संजीव और राजेश बिना यह जाने कि संदीप सीट बेल्ट में फंस गया है और उसे घसीटता रहा.
इस दौरान वहां से गुजर रहे मोटर चालक जो यह दृश्य देखकर दंग रह गए, उन्होंने तुरंत "डायल 100" को फोन किया और पुलिस को 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही कार के बारे में सूचित किया. कुछ लोगों ने संजीव और ड्राइवर को सचेत करने की भी कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास व्यर्थ थे.
जल्द ही, एक पुलिस गश्ती कार ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया और भोपाल से लगभग 35 किमी दूर दुराहा टोल प्लाजा पर उनके वाहन को रोक लिया. हालांकि, जब तक पुलिस ने वाहन रोका, पीड़ित के शरीर की हड्डियां फट चुकी थीं और उसकी खोपड़ी भी टूट गई थी. मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि सेडान कार का बायां हिस्सा कथित तौर पर खून और मांस से सना हुआ था.
संजीव नकवाल और राजेश चढ़ार दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है. सीहोर एएसपी समीर गर्ग ने कहा, "रोकने से पहले उस व्यक्ति को 25 किमी से अधिक समय तक घसीटा गया था. दोनों आरोपियों ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि संदीप सीट बेल्ट में उलझा हुआ था या उसे घसीटा जा रहा था, जिससे उसकी मौत हो गई."