मध्य प्रदेश: अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भागा कोरोना पॉजिटिव मरीज पकड़ा गया, पुलिसकर्मियों पर हमले के आरोप में भेजा गया था जबलपुर सेंट्रल जेल
मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए कोविड-19 पॉजिटिव मरीज को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है. इससे पहले इस शख्स के खिलाफ पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी और उसे जबलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया था.
भोपाल: कोरोना वायरस प्रकोप (Coronavirus Outbreak) के बीच देश में लगातार कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि हो रही है. इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आइसोलेशन वार्ड (Isolation ward) से भागने की खबरें भी सामने आ रही हैं. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) से भी एक ऐसी ही मामला सामने आया है. रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए कोविड-19 पॉजिटिव मरीज को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है. यह मरीज आइसोलेश वार्ड से भागकर नरसिंहपुर के मदनपुर चेक पोस्ट के पास पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि इस शख्स पर पुलिसकर्मियों पर हमले का आरोप है, जिसके लिए उसे राष्ट्रीय सुरक्षा Ac के तहत गिरफ्तार किया था और उसे जबलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया था.
अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भागे कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज का नाम जावेद खान बताया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अस्पताल से फरार होने के बाद यह मरीज ट्रक से राजमार्ग तक गया और वहीं से बाइक चोरी करके इंदौर की तरफ भाग रहा था, लेकिन उसकी किस्मत ने साथ नहीं दिया और चेकिंग कर रही पुलिस ने उसे नरसिंहपुर के मदनपुर चेक पोस्ट पर पकड़ लिया.
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बताया जा रहा है कि आइसोलेशन वार्ड के बाहर सुरक्षा में पुलिस के 4 जवान तैनात थे, लेकिन उन सभी को चकमा देकर जावेद नाम का यह कोरोना मरीज रविवार की शाम 4 बजे अस्पताल से फरार हो गया. दरअसल, जावेद को एक अन्य आरोपी के साथ बीते 9 अप्रैल को इंदौर से जबलपुर सेंट्रल जेल लाया गया था, लेकिन जेल अधीक्षक ने उसे जेल मेडिकल परीक्षण के लिए विक्टोरिया अस्पताल भेज दिया था. इस आरोपी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया. यह भी पढ़ें: Coronavirus in India: देशभर में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 17 हजार के पार, अब तक 543 की मौत
गौरतलब है कि जावेद के अलावा तीन अन्य बंदियों को भी इंदौर से भेजा गया है जो केंद्रीय जेल में बंद हैं. बता दें कि इंदौर में चंदननगर क्षेत्र में पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में जावेद पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी और उसे जबलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया था.