आज इंसान जमीन से चांद की दुरी तय कर चुका है. लोग पत्र की जगह मेल और वीडियो कॉल से देश के किसी भी कोने में बड़ी आसानी से बात कर सकते हैं. लेकिन कई आज भी कई जगहों पर लोग पुरानी रिवाज और जात पात, उच-नीच के बंधन से उबर कर नए भारत में कदम नहीं रख पाए हैं. ऐसा ही एक मामल मध्य प्रदेश से सामने आया है. जहां पर यादव समुदाय के कुछ लोगों ने सोमवार को छतरपुर के सटई इलाके में एक दलित दूल्हे को घोड़े की सवारी करने से रोक दिया गया. इतना ही नहीं उन लोगों ने दुल्हे को घोड़े पर से धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया. इस घटना से पूरे इलाके में तनाव बन गया. जिसके बाद दुल्हे के पक्ष ने पुलिस स्टेशन जाकर फरियाद दी. जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया.
सटई पुलिस स्टेशन के SHO दीपक यादव ने बताया कि, कुछ लोगों द्वारा घोड़े की लगाम खींचने के बाद दूल्हा ज़मीन पर गिर गया. मामला दर्ज़ कर लिया गया है. घटना 15 जून की है. बता दें कि इसी साल फरवरी के महीने में गुजरात के बनासकांठा एक दलित युवक को शादी के दौरान घोड़ी पर चढ़ने से ऊंची जाति के लोगों ने रोका था और इसके बाद उनलोगों ने पथराव भी किया था. बाद में पुलिस की सुरक्षा में दलित युवक की बारात निकाली गई और शादी करवाई गई गई थी.
ANI का ट्वीट:-
Madhya Pradesh: A Dalit groom was allegedly stopped by Yadav community from riding a horse in Satai area of Chhatarpur on Monday. Satai Police Station SHO Deepak Yadav said, "The groom fell on ground after some people pulled the bridle of the horse. A case has been registered". pic.twitter.com/O3fcbcTvgU
— ANI (@ANI) June 17, 2020
पिछले साल भदवासा गांव में बाने को रोकने और दूल्हे को घोड़ी से नीचे गिरा देने की घटना सामने आई थी. जहां ठीक इसी तरह से घोड़ी चढ़कर जा रहे दुल्हे को घोड़ी से निचे गिरा दिया गया था. इस मामले में उस वक्त पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था.