Lumpy Skin Disease: गायों में लम्पी बीमारी का कहर, पंजाब ने गोट पॉक्स वैक्सीन की 66,666 खुराक खरीदी
पंजाब सरकार ने गोट पॉक्स के टीके की 66,666 खुराकें खरीदी हैं, जो पशुओं को इसके प्रकोप को रोकने के लिए मुफ्त में दी जाएगी.
चंडीगढ़, 7 अगस्त: पशुपालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पशुओं को संक्रामक रोग लंपी स्किन रोग से बचाने के लिए, पंजाब सरकार ने गोट पॉक्स के टीके की 66,666 खुराकें खरीदी हैं, जो पशुओं को इसके प्रकोप को रोकने के लिए मुफ्त में दी जाएगी. स्थिति का जायजा लेते हुए मंत्री ने कहा कि विशेष रूप से हैदराबाद से मंगवाए गए टीके को सभी जिलों में भेजा जा चुका है और डॉक्टरों ने इसे देना शुरू कर दिया है. लंपी रोग से देश में पांच राज्यों में से राजस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित: केन्द्रीय मंत्री पुरूषोतम रूपाला
उन्होंने कहा कि सरकार इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि विभाग और अधिक वैक्सीन का ऑर्डर देने के लिए अधिकारियों के संपर्क में है ताकि उपकरणों और वैक्सीन की कमी न हो. यह रोग विशेष रूप से मवेशियों में फैल रहा है और कई जिले प्रभावित हुए हैं.
लक्षण
लम्पी डिजीज की बात कि जाए तो पशुओं शुरुआती अवस्था में त्वचा पर चेचक, नाक बहना, तेज बुखार जैसे लक्षण दिखते हैं. इस वायरस की वजह से पशुओं को काफी तेजी बुखार आता है. बुखार आने के बाद उनकी शारीरिक क्षमता काफी गिरने लगती है. इसके कुछ दिनों बाद पशुओं के शरीर पर चकत्ते नजर आने लगते हैं.
फैलने के कारण
बताया जा रहा है कि लम्पी डिजीज संक्रमित गाय के संपर्क में आने से दूसरी गायों में फैल रही है. यह मक्खी, मच्छर या फिर जूं द्वारा खून चूसने के दौरान फैल सकती है. इसके अलावा दूषित गाय के सीधे संपर्क में आने से भी फैल सकती है. इसके कारण अबतक कई गायों की मौतें हो चुकी हैं.
बचाव के तरीके
- संक्रमित पशुओं को अपने पालतू जानवरों से दूर रखें.
- मवेशियों के आसापास की जगहों को साफ करें.
- पालतू जानवर जहां रहते हैं वहां मच्छरों और मक्खियों को पनपने से रोकें.
क्यों है लाइजाज
लम्पी डिजीज के लिए अभी तक कोई टिका नहीं तैयार हुआ है. यह कोरोना वायरस और मंकीपॉक्स की तरह एक दुर्लभ बीमारी है. ऐसे में यह वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. जानवरों को इस वायरस से बचाने के लिए एंटीबैक्टीरियल, एंटी-फंगल जैसे टीका लगाए जा रहे हैं.