लुधियाना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब रोजगार के तौर पर पकोड़े बेचने का उदहारण दिया तो विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया. विपक्ष ने पीएम मोदी का इस बात पर खूब मजाक उड़ाया यहां तक कि उन्हें यह तक कह दिया कि एक चाय वाला ही पकोड़े बेचने की सलाह दे सकता है. पकोड़े बेचना किसी की भी दृष्टी में रोजगार का अच्छा माध्यम नहीं माना जाता है, लेकिन अगर आप यह सुने कि किसी पकोड़े वाले ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सामने 60 लाख रुपये सरेंडर किए हैं, तब आप क्या सोचेंगे?
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सामने लुधियाना के पन्ना सिंह नाम के पकौड़ेवाले ने 60 लाख रुपये सरेंडर किए है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक दिन पहले ही आईटी डिपार्टमेंट ने गिल रोड और मॉडल टाउन स्थित उनके दो आउटलेट्स पर दिनभर छानबीन की थी. इनकम टैक्स विभाग के पास पहले से इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि पकौड़े की दुकान के मालिक टैक्स बचाने के लिए पेपर पर इनकम कम दिखा रहे हैं.
इस सूचना के बाद मुख्य इनकम टैक्स कमिश्नर डीएस चौधरी के नेतृत्व में इनकम टैक्स विभाग की एक टीम ने दोनों दुकानों के बही-खातों की जांच की. यह भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बोले पीएम मोदी, कहा-देश के जवानों का बड़ा पराक्रम
जांच के लिए विभाग ने दुकान के प्रतिदिन होने वाली औसत आय की भी जानकारी जुटाई गई. इसके लिए एक अधिकारी को गुरुवार को दिनभर दुकान में हो रही बिक्री पर नजर रखने के लिए लगाया गया. इसके बाद आउटलेट्स की सलाना अनुमानित टैक्स लायबिलिटी का हिसाब आईटी विभाग ने लगाया. साथ ही इनके द्वारा चुकाए गए टैक्स से सलाना अनुमानित टैक्स लायबिलिटी की गणना की गई.
बड़े-बड़े अधिकारी हैं पन्ना सिंह के ग्राहक
पन्ना सिंह नाम के व्यक्ति की दूकान लुधियाना के गिल रोड में स्थित है. पन्ना सिंह के सभी तरह के पकौड़े आस-पास के क्षेत्रों में बड़े ही लोकप्रिय हैं. पन्ना सिंह पकौड़ेवाले के ग्राहकों की बात करें तो इनमें बड़े राजनेता, पुलिस अधिकारी, सरकारी कार्यकर्ता, बिजनसमैन जैसे बड़े-बड़े लोग शामिल हैं. इस दूकान की स्थापना साल 1952 में की गई थी. पन्ना सिंह के मशहूर पनीर पकोड़े 300 रुपए किलो बिकते हैं, साथ ही पन्ना सिंह के दही भल्ले भी इलाके में बड़े मशहूर हैं.