Maharashtra: शिवसेना नेता संजय राउत ने दिया बड़ा बयान, कहा- लाउडस्पीकर का मुद्दा एक बंद अध्याय, महंगाई व बेरोजगारी पर बात करिए
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भाजपा के शीर्ष नेता महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बात क्यों नहीं करते हैं. भाजपा नेताओं के मुद्दे अलग हैं. ये सिर्फ इस पर बात करते हैं कि पंजाब और महाराष्ट्र की पुलिस क्या कर रही है.
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में लाउडस्पीकर का मुद्दा जोरों पर चल रहा हैं. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने लाउडस्पीकर के मुद्दे को एक ”बंद अध्याय” करार देते हुए कहा कि भाजपा (BJP) को इस विषय के बजाय बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के बारे में बात करनी चाहिए, क्योंकि लोग इन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. Loudspeaker Row: राज ठाकरे के विरोध के बीच महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के लिए 200 से अधिक लाइसेंस जारी किए गए
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भाजपा के शीर्ष नेता महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बात क्यों नहीं करते हैं. भाजपा नेताओं के मुद्दे अलग हैं. ये सिर्फ इस पर बात करते हैं कि पंजाब और महाराष्ट्र की पुलिस क्या कर रही है.
राउत ने दावा किया कि लाउडस्पीकर का मुद्दा एक बंद अध्याय है क्योंकि इसके आधार पर हिंदू-मुस्लिम विभाजन के प्रयास विफल हो गए हैं. शिवसेना सांसद संजय राउत ने आगे कहा कि जहां तक लाउडस्पीकर के मुद्दे का सवाल है, तो इससे सबसे बड़ा झटका हिंदू समुदाय को लगा है.
संजय राउत ने आरोप लगाते हुए कहा कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को प्रतिबंधित करने की मांग उठाकर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच तनाव भड़काने का प्रयास किया गया लेकिन लोग समझदार हैं. लाउडस्पीकर के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को लागू किया जा रहा है. लाउडस्पीकर पर एक राष्ट्रीय नीति होनी चाहिए. संजय राउत ने आगे कहा कि देश की जनता महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से जूझ रही है लेकिन भाजपा का कोई भी नेता इस विषय पर बात करने के लिए तैयार नहीं है.
बता दें कि बुधवार को लाउडस्पीकर विरोधी अभियान के पहले दिन मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने मुंबई में 90 प्रतिशत मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने का दावा किया है. राज ठाकरे ने आगे कहा कि जिन मस्जिदों ने इसका पालन किया किया, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मानदंडों का उल्लंघन किया है, इसलिए उन पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए.