Lok Sabha Elections 2024: वाराणसी में PM मोदी को ये 6 उम्मीदवार दे रहे हैं चुनौती, 1 जून को होगी वोटिंग
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर, अब सिर्फ 1 जून शनिवार को होने वाली आखिरी चरण की वोटिंग बाकी है. इस आखिरी चरण में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी चुनाव होना है. वाराणसी देश की सबसे वीवीआईपी सीट है, क्यों कि यहां से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर, अब सिर्फ 1 जून शनिवार को होने वाली आखिरी चरण की वोटिंग बाकी है. इस आखिरी चरण में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी चुनाव होना है. वाराणसी देश की सबसे वीवीआईपी सीट है, क्यों कि यहां से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. पीएम मोदी के चुनाव लड़ने से यह एक हॉट सीट बन गई है. पौराणिक शहर काशी के नाम से मशहूर वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी 2014 और 2019 का चुनाव जीत चुके हैं. इस बार उनके खिलाफ छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. Lok Sabha Elections 2024: 75 दिन 200 से ज्यादा रैलियां और रोड शो, 80 इंटरव्यू के साथ खत्म हुआ पीएम मोदी का चुनाव प्रचार.
प्रधानमंत्री मोदी 2014 से केंद्र में अपनी पहली सरकार बनाने के बाद से लोकसभा में वाराणसी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 2014 के चुनाव में उनके खिलाफ 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. वहीं 2019 के चुनाव में 26 उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान में उन्हें चुनौती दी थी.
पीएम मोदी के खिलाफ 6 उम्मीदवार
पीएम मोदी के खिलाफ इस बार इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस के अजय राय और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार अतहर जमाल लारी हैं. इनके अलावा इस सीट पर अपना दल (कमेरावादी) से गगन प्रकाश, युग तुलसी पार्टी के उम्मीदवार कोली शेट्टी शिवकुमार और दो निर्दलीय उम्मीदवार संजय कुमार तिवारी और दिनेश कुमार यादव चुनावी मैदान में हैं.
कांग्रेस के अजय राय
अजय राय उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वे पांच बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं. उन्होंने वाराणसी की सीट से 2014 और 2019 में चुनाव लड़ा था और नरेंद्र मोदी से हार गए थे. कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह समाजवादी पार्टी में थे. इससे पहले वह बीजेपी में थे. 2012 में वो कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
बसपा के अतहर जमाल लारी
अतहर जमाल लारी वाराणसी में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव कई बार लड़ चुके हैं. लारी ने 1984 और 2004 का लोकसभा चुनाव भी वाराणसी से लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली. बसपा में आने से पहले वो जनता दल, अपना दल और कौमी एकता दल में रह चुके हैं.
युग तुलसी पार्टी के कोलीशेट्टी शिव कुमार
कोलीशेट्टी शिव कुमार तेलंगाना के हैदराबाद के रहने वाले हैं. वो आंध्र प्रदेश के त्रिमुला वेंकटेश्वर मंदिर के प्रबंधन का कामकाज देखने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के बोर्ड के सदस्य रह चुके हैं.
अपना दल (कमेरावादी) के गगन प्रकाश यादव
नरेंद्र मोदी की कैबिनेट सहयोगी अनुप्रिया पटेल की बहन डॉक्टर पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) ने गगन प्रकाश यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. गगन प्रकाश यादव का यह पहला चुनाव है. अपना दल (कमेरावादी) को हैदराबाद के सांसद असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की भी समर्थन हासिल है.
संजय कुमार तिवारी
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे संजय दिल्ली में रहकर सामाजिक कार्य करते हैं. वो खुद को महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलने वाला इंसान बताते हैं.
दिनेश कुमार यादव
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दिनेश कुमार यादव पिछले 15 साल से वाराणसी की राजनीति में सक्रिय हैं. वो सिकरौल से तीन बार के पार्षद हैं.